उत्तराखंड

uttarakhand

'कुतग्यालि' ब्वाय सोशल मीडिया पर मचा रहा धूम, गानों से दे रहे जागरूकता का संदेश

By

Published : Jul 30, 2020, 4:59 PM IST

Updated : Jul 30, 2020, 10:24 PM IST

उत्तराखंड के युवा गायक दीपक चमोली इन दिनों दिनों सोशल मीडिया पर खूब धूम मचा रहे हैं. कुतग्यालि ब्वाय के नाम से पहचाने जाने वाले दीपक निर्भगी कोरोना, हे मेरी स्वांणी, सुमन न ह्वे नाराज़, डौंरी घुरा घुर, तक धुंणा-धुंण जैसे हिट्स दे चुके हैं.

young-singer-deepak-chamoli-rocked-the-social-media
पहाड़ का 'कुतग्यालि' ब्वाय सोशल मीडिया पर मचा रहा धूम

श्रीनगर: इस कोरोना काल में हर किसी के माथे पर चिंता की लकीरें और चेहरे पर उदासी है. कोरोना के कारण लोग घरों में कैद हैं. ऐसे में पहाड़ का एक युवा गायक अपने गानों से इस नकारात्मक दौर में सकारात्मक कोशिशों में लगा हुआ है. दीपक चमोली नाम का ये युवा गायक इन दिनों सोशल मीडिया में अपने गानों से से लोगों को जागरूक करने के साथ ही एक नई उम्मीद जगा रहा है. 'निर्भगी कोरोना' गाने में युवा लोकगायक दीपक चमोली अपने अंदाज में हंसी-ठिठोली के साथ लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही अन्य सामाजिक संदेश भी दे रहे हैं. इसके अलावा भी दीपक चमोली अपनी क्रिएटिविटी से लगातार लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाने के साथ ही संस्कृति को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं.

पहाड़ का 'कुतग्यालि' ब्वाय सोशल मीडिया पर मचा रहा धूम

दीपक चमोली, ये नाम इन दिनों उत्तराखंडी संगीत में हिट्स का पर्याय बन चुका है. सोशल मीडिया से लेकर समाज के हर तबके में दीपक चमोली के गाने एक नया एहसास जगाते हैं. बदलते दौर के साथ संगीत में नवाचार करते हुए आजकल दीपक चमोली अपने गानों को नये आयाम देकर सिंगिंग सेंसेशन बनते जा रहे हैं. सोशल मीडिया में कुतग्यालि बॉय के नाम से पहचाने जाने वाले दीपक चमोली पौड़ी गढ़वाल के श्रीनगर के रहने वाले हैं. दीपक को बचपन से ही संगीत में रुचि थी. वे शुरुआती दौर से ही हारमोनियम, तबला, ढ़ोलक की थाप पर गुनगुनाते हुए धीरे-धीरे उत्तराखंडी संगीत को सीखने की कोशिश करते थे.

पढ़ें-मध्य प्रदेश : पत्नी को मिली सजा, पति को कंधे पर बिठाकर पूरे गांव में घुमाया

सात साल की उम्र में दीपक ने गाना गाने का काम शुरू किया. इसके साथ ही वे अलग-अलग भारतीय संगीत की विधाओं जैसे गज़ल, कव्वाली, भजन, सूफी, पंजाबी अन्य बॉलीवुड, वेस्टर्न भी अच्छी तरह से समझते रहे और गाते रहे. उनकी कड़ी मेहनत का ही नतीजा है कि उत्तराखंडी संगीत इंडस्ट्रीज में दीपक चमोली के जाना पहचाना नाम है. आज हर कोई दीपक चमोली के साथ काम करना चाहता है. दीपक चमोली जितने शानदार गायक हैं उससे कई ज्यादा अच्छे और मिलनसार इंसान भी हैं, जिसकी झलक उनके गानों के वीडियोज में भी देखने को मिलती है.

पढ़ें-कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या में हुई बढ़ोतरी, एनटीसीए ने बढ़ाया बजट

दीपक चमोली का जमीन और संस्कृति से जुड़ाव भी उनके गानों को लिरिक्स में देखा जा सकता है. आज दीपक चमोली यू-ट्यूब, इंस्टा, द्वीटर से लेकर सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर धूम मचा रहे हैं. उनके गानें हिट्स के नये रिकॉर्ड बना रहे हैं. निर्भगी कोरोना’, हे मेरी स्वांणी, सुमन न ह्वे नाराज़, डौंरी घुरा घुर, तक धुंणा धुंण के साथ ही दीपक चमोली के कई ऐसे गीत हैं जो कि आज के दौर में हर किसी उत्तराखंडी की जुबान पर चढ़े हुए हैं.

पढ़ें-मूलभूत सुविधाओं के बिना कैसे बढ़ेगी पर्यटकों की संख्या, ये है उत्तराखंड पर्यटन के लिए सबसे बड़ा रोड़ा

बात अगर यू ट्यूब की करें तो यहां पर दीपक चमोली के अब तक 95.8K सब्सक्राइबर्स और 1 करोड़ 71 लाख से ज्यादा व्यूज हैं. अपने अलग अंदाज की मनमोहक प्रस्तुतियों के कारण दीपक युवाओं से सीधे कनेक्ट करते हैं. जिसके कारण वे दूसरे माध्यमों पर भी खूब सुने जाते हैं. उनकी एक्टिंग को भी दर्शकों ने सोशल मीडिया पर काफी सराहा है. इंस्टाग्राम और फेसबुक पर उनके हजारों फॉलोवर्स भी हैं. बदलते दौर के साथ दीपक चमोली श्रोताओं की पंसद को समझते हुए गानों और धुनों पर बड़ी ही मेहनत से काम कर रहे हैं जो कि आजकल के युवा गायकों और लेखकों में कम ही देखा जाता है.

पढ़ें-उत्तरकाशी में बसता है बुग्यालों का सुंदर संसार, लोगों ने की विकसित करने की मांग

दीपक अपने हर गाने और वीडियो में नया करने की कोशिश करते हुए ये कभी नहीं भूलते की उनके गानों या वीडियोज में थोड़ी भी फूहड़ता हो, वे अपने गानों और वीडियोज में उत्तराखंड की संस्कृति के साथ ही विरासत को दिखाने और उसे लोगों तक पहुंचाने की कोशिशों में लगे रहते हैं, यही कारण है कि उनके गानों में सुंदर और सांस्कृतिक उत्तराखंड की झलक मिलती है. जिससे उत्तराखंड के युवाओं के साथ ही आम लोग भी दीपक चमोली को खूब सुनते हैं.

Last Updated : Jul 30, 2020, 10:24 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details