श्रीनगर: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते उत्तराखंड में बीती अप्रैल से लॉकडाउन किया गया है. ऐसे में लॉकडाउन के चलते सभी लोग अपने घरों में कैद है. वहीं, इन दिनों प्रदूषण के स्तर में काफी कमी देखने को मिल रही है. जिसके चलते वादियां साफ़ नजर आने लगी है. देवप्रयाग में भी कुछ अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है. आम दिनों में प्रदूषण के चलते संगम पर बदरंग हुई अलकनंदा, भागीरथी और अदृश्य सरस्वती भी अब साफ लगने लगी है. इन नदियों का पानी भी साफ होकर नीला हो चुका है. आलम ये है कि आप नदी के पानी में बड़ी संख्या में मछलियों को साफ देख सकते हैं.
गौरतलब है कि देवनगरी देवप्रयाग देश की प्राचीनतम नगरी है, जो पूरी तरह चट्टानों पर बनी हुई है. इस शहर के नीचे से अलकनंदा, भागीरथी का अदृश्य सरस्वती नदी का संगम है. यहां श्रद्दालु अपने पितरों को मोक्ष दिलवाने के लिए पिंडदान करने आते है. लेकिन लॉकडाउन के पहले आधुनिक युग ने नगर में बहने वाली नदियों को कुछ हद तक प्रदूषित कर दिया था. लेकिन लॉकडाउन ने एक बार फिर देवप्रयाग संगम स्थल का नज़ारा बदल दिया है. इस समय संगम में बहने वाली अलकनंदा और भागीरथी का पानी नीला दिखाई दे रहा है. जबकि उसमे विचरण करने वाली रंग बिरंगी मछलियां साफ दिखाई पड़ रही है.
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