श्रीनगर: उत्तरांखड के पर्वतीय इलाकों में सड़कों की हालत किसी से छुपी नहीं है. इसी की बानगी है खिर्सू ब्लॉक के कमेड़ी, दुर्गाकोट और कोटी गांव को जाने वाली सड़क. ये सड़क 25 साल पहले कट गई थी लेकिन आज तक इस सड़क का डामरीकरण नहीं हो सका है. लिहाजा, सड़क की हालत इतनी खराब की दोपहिया वाहन चालक अक्सर दुर्घटनाओं का शिकार होते हैं. ऐसे में ग्रामीणों ने सड़क निर्माण न होने से परेशान होकर आगामी विधानसभा चुनाव के बहिष्कार की घोषणा की है.
वहीं, सड़क निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीण शासन प्रशासन के कई चक्कर काट चुके हैं. बावजूद इसके अभी तक गांव की सड़क पक्की नहीं हो पाई है. साल 1995 में यह सड़क काटी गई थी, लेकिन विभाग इस सड़क का डामरीकरण करना भूल गया. जिससे ग्रामीण अपने आप को ठगा ठगा महसूस कर रहे हैं. ग्रमीणों का कहना है कि राजनेता भी ठीक चुनाव के समय गांव में आते हैं और बड़ी-बड़ी बाते करके चले जाते हैं लेकिन आज तक उनकी समस्या जस की तस बनी हुई है.