श्रीनगर: आजादी के सालों बाद भी मूलभूत सुविधाओं और जन सराकरों और सुविधाओं के लिए भी जनता को आंदोलन करना पड़ रहा है. देश ही नहीं बल्कि प्रदेश के कोने-कोने से इस तरह की तस्वीरें सामने आ रही हैं. चाहे वो चमोली के घाट ब्लॉक में सड़क चौड़ीकरण की मांग हो या फिर कीर्तिनगर के मेखंडी गांव के ग्रामीणों का आंदोलन, सभी जगह अपनी मांगों को लेकर कई-कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. मगर सरकार, शासन-प्रशासन कुछ सुनने को तैयार नहीं है. इससे ऐसा लगता है जैसे आंदोलन ही अब पहाड़वासियों की नियति बन गया है.
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ताजा मामला कीर्तिनगर तहसील के मेखंडी गांव का है, जहां के ग्रामीणों का आंदोलन आज 24 वें दिन भी जारी रहा. आज गुस्साए ग्रामीणों ने देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी का पुतला बनाकर शव यात्रा निकाली. इस दौरान ग्रामीणों ने सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की. ग्रामीणों ने सड़क निर्माण की मांग पूरी न होने पर भूख हड़ताल करने की चेतावनी भी दी.
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बता दें कि मेखंडी गांव के लोग पिछले 24 दिनों से एक अदद सड़क की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं. वे लगातार शासन, प्रशासन के साथ मंत्री विधायकों से इसे लेकर बात कर रहे हैं. मगर कोई उनकी सुनने को तैयार नहीं है. जिससे परेशान होकर ग्रामीणों ने आंदोलन का रास्ता अख्तियार किया, जो कि आज 24 वें दिन भी बदस्तूर जारी है. आंदोलन के 24 दिन बीत जाने के बाद भी सरकारी अमले, विधायक के कानों में जूं तक नहीं रेंगी. जिसके बाद आज ग्रामीणों ने विरोध करते हुए देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी की शव यात्रा निकाली. बाद में सभी मे मिलकर विधायक का पुतला दहन करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
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पूर्व जिला पंचायत सदस्य महिपाल बुटोला ने कहा कि ग्रामीण पिछले लंबे समय से सड़क की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. मगर आज तक ग्रामीणों की मांग पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है. बुटोला ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ग्रामीणों की मांग पूरी नहीं होती तो वे भी हड़ताल शुरू कर देंगे.