पौड़ी:कोरोना महामारी के दौर में हर व्यक्ति अपने स्तर पर इस महामारी से लड़ने के लिए आगे आ रहा है. वहीं, दूसरी ओर पहाड़ों में जीवनदायिनी कही जाने वाली 108 एंबुलेंस सेवा अपनी जिम्मेदारियों से भागती दिखाई दे रही है. कोरोना के डर से एंबुलेंस चालक मरीजों को अस्पताल नहीं ले जा रहे हैं.
चौबट्टाखाल के अंकित सुन्द्रियाल ने बताया कि उनके गांव से कई बार 108 एंबुलेंस को फोन किया गया, लेकिन किसी को भी चालक की ओर से संतोषजनक जवाब नहीं मिला. उन्होंने सरकार से मांग की है पहाड़ों में जीवनदायिनी कही जाने वाली 108 एंबुलेंस सेवा को जल्द निर्देशित किया जाए जिससे स्वास्थ्य संबंधित कोई अनहोनी न हो.