कोटद्वारःदुगड्डा ब्लॉक के अंतर्गत लंगूरगाड़ नदी पर पुल निर्माण (langurgad bridge construction) की मांग को लेकर ग्रामीणों का धरना भी 12वें दिन जारी रहा. ग्रामीण युवा विकास समिति के बैनर तले धरने पर डटे हुए हैं. इसी कड़ी में मांगों पर कोई कार्रवाई न होता देख, आक्रोशित ग्रामीणों ने लक्ष्मण झूला-कांडी-दुगड्डा-रथुवाढ़ाब मोटर मार्ग जाम किया. सड़क जाम होने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. करीब दो घंटे बाद तहसीलदार मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से वार्ता की. जिसके बाद ही सड़क से जाम खुल पाया.
बता दें कि दुगड्डा ब्लॉक के जुवा, भैड़गांव और बगंला के ग्रामीण बीते 20 सालों से लंगूरगाड़ नदी (langurgad bridge) पर पुल निर्माण की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन अभी तक पुल निर्माण नहीं हो पाया है, लेकिन ग्रामीणों का आक्रोश तब और भड़क गया, जब लोक निर्माण विभाग ने कुछ ही दूरी पर लंगूरगाड़ नदी के तट पर बने एक रिजॉर्ट को फायदा पहुंचाने के लिए मोटर पुल का निर्माण कार्य शुरू कर दिया.
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बताया जा रहा है कि लोक निर्माण विभाग ने जिला योजना के तहत 25 लाख रुपये की लागत से मोटर पुल का निर्माण शुरू कर दिया है. जिस कारण ग्रामीणों में जिला प्रशासन और स्थानीय विधायक के खिलाफ भारी आक्रोश है. ग्रामीणों का कहना है जिस जगह पर पुल निर्माण का कार्य हो रहा है, वहां सड़क ही नहीं है. ऐसे में पुल का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिलेगा.
वहीं, युवा विकास समिति के बैनर तले ग्रामीण बीते 12 दिन से धरने पर बैठे हैं. इसी कड़ी में जुवा, भैड़गांव और बंगला गांव के लोगों ने लंगूरगाड़ नदी के समीप लक्ष्मणझूला-कांडी-दुगड्डा-रथुवाढाब मोटर मार्ग यानी राज्यमार्ग संख्या-9 को जाम कर दिया. जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. वहीं, ग्रामीणों ने तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन भी भेजा.
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ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव को सड़क से जुड़े हुए 20 साल हो चुके हैं, लेकिन लंगूरगाड़ नदी पर आज तक पुल निर्माण नहीं करवाया गया है. उन्होंने बताया कि बीते 24 मार्च को भी ग्रामीणों ने लंगूरगाड़ नदी के तट पर धरना प्रदर्शन किया था, तब स्थानीय विधायक ऋतु खंडूड़ी ने धरनास्थल पर पहुंचकर जल्द पुल निर्माण कार्य शुरू करने का मौखिक आश्वासन दिया था, लेकिन 8 महीने बीत जाने के बाद भी विधायक के आश्वासन पर पुल निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है.