पौड़ीः केंद्रीय मानव संसाधन एवं विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक का गांव शिक्षा, स्वास्थ्य रोजगार जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा है. मंत्री बनने के बाद ग्रामीण उनसे उम्मीद कर रहे हैं कि खाली होते गांव से पलायन रोका जाय. क्षेत्र में लगातार हो रहे पलायन के चलते गांव वीरान होता जा रहा हैं.
क्षेत्र में रोजगार का कोई साधन भी नहीं है. ग्रामीण निशंक से उम्मीद कर रहे हैं कि पहाड़ों से लगातार खाली हो रहे गांव और खाली हो रहे स्कूल को रोका जाना चाहिए. उनके गांव में शिक्षा स्वास्थ्य और रोजगार का अभाव होने के कारण लोग धीरे- धीरे पलायन करते जा रहे हैं और गांव खंडहर होने लगे हैं.
पौड़ी जनपद ने उत्तराखंड को ही नहीं बल्कि देश को भी बड़ी-बड़ी हस्तियां दी हैं. इस कारण पौड़ी का नाम आज देश विदेशों तक प्रसिद्ध है. वर्तमान में केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक जोकि पौड़ी के पिनानी गांव के ही रहने वाले हैं.
ईटीवी भारत ने रमेश पोखरियाल के गांव पहुंचकर गांव के हालात और उनकी कुछ बचपन की यादें जानने की कोशिश कीं. ग्रामीणों से बात करके पता चला कि रमेश पोखरियाल निशंक एक गरीब परिवार से हैं. जिन्होंने बचपन से ही घर के सारे कामकाज और मेहनत कर अपने जीवन में कामयाबी हासिल की.