श्रीनगर:उत्तराखंड सरकार की हर हाथ को रोजगार देने की मुहिम आगे बढ़ रही है. इसके तहत ग्रामीणों को गांव में ही स्वरोजगार के लिए आर्थिक सहायता के साथ ही तकनीकी मदद भी दी जा रही है. पौड़ी के अमकोटी गांव में ग्राम्य विकास विभाग की रूरल इंटरप्राइजेज एक्सीलरेशन प्रोजेक्ट (रीप) के तहत आर्थिक रूप से कमजोर 15 परिवारों को रोजगार के लिए 35-35 हजार रुपए के चेक वितरित किए गए. इससे पहले मल्ली गांव में 12 परिवार को 35-35 हजार रुपये की धनराशि चेक के माध्यम से दिये जा चुके हैं रीप परियोजना द्वारा अभी तक कुल 27 परिवार को यह धनराशि निर्गत की जा चुकी है. वहीं कुल चयनित 54 गरीब परिवारों को रोजगार हेतु यह धनराशि दी जाएगी.
पौड़ी की ग्रामीण आर्थिकी संवार रहा रीप, रोजगार के लिए आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को बांटे चेक
Pauri REAP Scheme पौड़ी के अमकोटी गांव में रूरल इंटरप्राइजेज एक्सीलरेशन प्रोजेक्ट (रीप) के तहत आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की मदद की जा रही है. योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर 15 परिवारों को रोजगार के लिए 35-35 हजार रुपए के चेक वितरित किए गए. वहीं योजना का लाभ 54 गरीब परिवारों को दिया जाएगा.
By ETV Bharat Uttarakhand Team
Published : Jan 17, 2024, 12:56 PM IST
|Updated : Jan 17, 2024, 2:30 PM IST
इस मौके पर पौड़ी ब्लॉक प्रमुख पौड़ी दीपक खुगशाल ने आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की महिलाओं को चेक वितरित किए. दीपक खुगशाल ने कहा कि रीप परियोजना द्वारा गरीब तबके के लोगों को आर्थिकी से जोड़ने के लिए बेहतर प्रयास है. कहा कि इस प्रारंभिक धनराशि का सदुपयोग कर लाभार्थी इसका लाभ ले सकते हैं. उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में महिला स्वयं सहायता समूहों को आत्मनिर्भर बनाने से लेकर गरीब बेसहारा लोगों की मदद कर रहे हैं. वहीं रूरल इंटरप्राइजेज एक्सीलरेशन प्रोजेक्ट (रीप) ने पौड़ी ब्लॉक के अलग-अलग गांवों से अभी तक 55 आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों का चयन किया है. इन परिवारों को बकरी पालन, गाय पालन, दुकान व सिलाई सेंटर आदि उद्योग आदि के लिए चयनित किया गया है.
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रीप के जिला परियोजना प्रबंधक कुलदीप बिष्ट का कहना है कि समय-समय पर रीप परियोजना द्वारा जनपद के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र से भी समूह से जुड़े जरूरतमंद आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को चयनित किया जा रहा है. जिससे गांव में बेसहारा गरीब परिवारों को रोजगार मिल सकें. कहा कि आर्थिक सहायता प्रदान करने से लेकर विभिन्न योजनाओं की जानकारियां भी उपलब्ध कराई जा रही है. साथ ही ग्रामीणों के कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम भी समय-समय पर आयोजित किए जा रहे हैं.