कोटद्वार: नयार वैली एडवेंचर फेस्टिवल बिलखेत में 19 नवंबर से 22 नवंबर तक चला. समापन के दौरान मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में सभी विजेताओं को पुरस्कृत किया गया. कार्यक्रम में पड़ोसी मित्र देश नेपाल समेत देश के 12 राज्यों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. लेकिन, इस साहसिक खेल महोत्सव में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की गैरमौजूदगी क्षेत्रवासियों के बीच चर्चा का विषय बनी रही. सतपाल महाराज न तो महोत्सव के उद्घाटन अवसर पर पहुंचे और न ही समापन समारोह में शिरकत की. जबकि बताया जा रहा था कि राष्ट्रीय स्तर के इस आयोजन में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ही विजेताओं को पुरस्कार प्रदान करेंगे.
बता दें कि, नयार वैली एडवेंचर फेस्टिवल 19 नवंबर से 22 नवंबर तक चला. इस फेस्टिवल में माउंटेन बाइकिंग, पैराग्लाइडिंग, ट्रेल रनिंग, एंगलिंग आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थी. विजेता रहे प्रतिभागियों को नकद पुरस्कार भी दिया गया, साथ ही सभी लोगों को प्रमाण पत्र भी दिए गए. वहीं, फेस्टिवल के प्रतिभागियों ने बताया कि इस फेस्टिवल से उन्हें काफी अच्छा अनुभव रहा. उनका कहना है कि आने वाले समय में भी युवाओं को इस क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए इस तरह के आयोजन होने चाहिए लेकिन, प्रदेश के पर्यटन मंत्री राष्ट्रीय स्तर के फेस्टिवल में न तो शुभारंभ के दौरान उपस्थित हुए न ही फेस्टिवल के समापन के अवसर पर.
नयार वैली एडवेंचर फेस्टिवल में नहीं दिखे सतपाल महाराज, लोगों में नाराजगी
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के इस राष्ट्रीय स्तर के आयोजन में शामिल न होना नयार घाटी में चर्चा का विषय बना रहा. साथ ही लोग तरह-तरह की अटकलें लगा रहे हैं.
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पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के इस राष्ट्रीय स्तर के आयोजन में शामिल न होना नयार घाटी में चर्चा का विषय बना रहा. फेस्टिवल के शुभारंभ के दिन पर्यटन मंत्री की गैरमौजूदगी ने लोगों में एक आस जताई थी कि पर्यटन मंत्री फेस्टिवल के समापन के दौरान पहुंचेंगे और इस क्षेत्र के लिए कोई नई घोषणा करेंगे. लेकिन, पर्यटन मंत्री ने फेस्टिवल के समापन के दिन भी नयार घाटी के लोगों को निराश कर दिया.
लगाए जा रहे कयास
सतपाल महाराज के कार्यक्रम में शामिल न होने के बाद से ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के बीच खटपट होने का अंदेशा लगाया जा रहा है. उच्च शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने भी उन्हें विधिवत न्योता भेजा था और सरकार ने भी उन्हें इस कार्यक्रम में पहुंचने के लिए आग्रह किया था. सभी बैनर पोस्टर में उनकी फोटो और नाम प्रिंट हुए हैं. लेकिन, वह किसी जरूरी काम से दिल्ली गए हुए हैं. जिस कारण वह इस कार्यक्रम में नहीं पहुंच सकें.
वहीं, स्थानीय निवासी पुष्पेंद्र सिंह राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री जिस तरह प्रदेश में विकास कार्य कर रहे हैं और पर्यटन मंत्री नयार वैली फेस्टिवल में नहीं पहुंचे, जो दुख की बात है. नयार घाटी के लोगों में उनका न आना चर्चा का विषय बना हुआ है. लोगों का कहना है कि वह यहां के क्षेत्रीय विधायक हैं उनको तो मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में आगे बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए था. यह कार्यक्रम उनके विभाग का था.