कोटद्वार:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता मुहिम पर सरकारी कर्मचारी ही पलीता लगाने पर तुले हैं. ताजा मामला राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान का है. औद्योगिक संस्था दुगड्डा की बिल्डिंग में स्थित शौचालय पिछले कई वर्षो से बदहाल स्थिति में हैं. लेकिन संस्थान के उच्चाधिकारियों की नजरें इन शौचालय की ओर कभी नहीं पड़ती. इसकी बानगी शौचालय की गंदगी से लग सकता है. ऐसे में अध्यापक और प्रशिक्षण ले रहे छात्र-छात्राओं में संक्रामक रोग फैलने का खतरा बना हुआ है.
साल 2012 दिसंबर माह में एक करोड़ 32 लाख की लागत से राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान दुगड्डा के भवन का निर्माण हुआ था. भवन में कहीं कमरों की फर्श उखड़ रही है तो कहीं शौचालय बेहद खराब हालत में है. जबकि, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान दुगड्डा में 7 ट्रेडों पर ड्राफ्टमैन सिविल, इलेक्ट्रॉनिक्स, मोटर मैकेनिक, वायरमैन, आशुलिपि हिंदी, फीटर और इलेक्ट्रीशियन के लगभग 232 छात्र-छात्राएं प्रशिक्षण ले रहे हैं. अध्यापन स्टॉफ में अब आस जगी है क्योंकि विश्व बैंक ने राज्य में 25 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के जीर्णोंद्धार करने का सर्वे पूरा कर लिया है. ऐसे में उम्मीद है कि आने वाले समय में जल्दी ही दुगड्डा औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान एक मॉडल संस्था के रूप से उभर कर सामने आएगा.