पौड़ीः प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए पहले और दूसरे चरण का मतदान हो चुका है जबकि, तीसरे चरण का मतदान कल होना है. जिसे लेकर प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली है. हालांकि, कई बार चुनाव के दौरान प्रत्याशी वोटरों को लुभाने के लिए धनबल और शराब का प्रलोभन भी देते हैं. ऐसे में वोटर विकास के बजाय प्रलोभन में फंस जाते हैं. वहीं, जागरुक लोगों का कहना है कि लालच में न आकर विकास करने वाले प्रत्याशियों को चुनना चाहिए.
पौड़ी में पंचायत चुनाव के लिए बुधवार को होगा तीसरे चरण का मतदान. बता दें कि, चुनाव के दौरान कई बार प्रत्याशी वोट के लिए धनबल और शराब परोसते हैं. इसे देखते हुए जिला और पुलिस प्रशासन लगातार चेकिंग अभियान चलाती है. साथ ही शराब भी पकड़ती है, लेकिन कई ग्रामीण क्षेत्र ऐसे हैं, जहां पर शराब के अलावा भी अन्य प्रलोभन के जरिए मतदाताओं को लुभाने का प्रयास किया जाता है. इतना ही नहीं मतदाता खुद प्रत्याशियों से उनके पक्ष में होने की बात कहकर उनके चंगुल में आसानी से फंस रहे हैं.
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वहीं, जागरुक लोगों का कहना है कि चुनाव परिणाम आने के बाद गांव की सरकार बनेगी. ऐसे में जो प्रत्याशी चुनकर आएंगे, पहले वो चुनाव के दौरान मतदाताओं पर खर्च किए व्यय को निकालेंगे. ऐसे में प्रत्याशी का ध्यान विकास की ओर नहीं होगा. वरिष्ठ पत्रकार त्रिभुवन उनियाल ने बताया कि गांव में जो भी बुद्धिजीवी और युवा वर्ग है, वो विभिन्न कारणों से पलायन कर चुका है.
जो व्यक्ति गांव में रह रहे हैं, वे विभिन्न प्रलोभन के कारण खुद को प्रत्याशियों को बेच चुके हैं. ऐसे में चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद गांव में विकास होना संभव नजर नहीं आ रहा है. उनका कहना है कि जब चुनाव के दौरान मतदाता विभिन्न प्रकार के प्रलोभन में अपने मताधिकार को बेच चुका है तो उसे कोई अधिकार नहीं है, कि वो विकास की बात करें. इससे साफ जाहिर होता है कि गांव का विकास कैसे हो पाएगा.