श्रीनगर: एनआईटी (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) उत्तराखंड में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले छात्रों को अब हिंदी सहित 11 अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में पढ़ने का मौका मिलेगा. इनकी ये पढ़ाई फस्ट व सेकेंड इयर में की जा सकेगी. इंजीनियरिंग छात्रों को ये ऑप्शन दिया जाएगा. इसके लिए एनआईटी तैयारी कर रहा है.
एसआईटी प्रबंधन की ओर से पहले सर्वे करवाया जाएगा, जिसके बाद ही छात्रों की च्वाइस के आधार पर इस नियम को लागू किया जाएगा. इसके लिए विशेष भाषा के अध्यापकों को भी रखने की रणनीति बनाई जाएगी. डॉयरेक्टर एनआईटी प्रो ललित कुमार अवस्थी ने बताया कि इस नए नियम को अगले शिक्षा सत्र से लागू कर दिया जाएगा. इसके साथ ही इंजीनियरिंग के छात्र योग, कला, थियेटर संबधी विषय भी ले सकेंगे. छात्रों के मेन एग्जाम में इन सब्जेक्ट्स के अंक भी काउंट किए जाएंगे और इनका क्रेडिट दिया जाएगा.
नई शिक्षा नीति (एनईपी) की तीसरी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में एनआईटी में कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि एनआईटी के निदेशक प्रो. ललित कुमार अवस्थी ने बताया कि नई शिक्षा को संकीर्ण सोच से बाहर निकालकर 21वीं सदी के आधुनिक विचारों को जोड़ने की परिकल्पना पर आधारित है, जिसमें टेक्निकल एजुकेशन और हायर एजुकेशन में कई सुधारों के जरिए युवाओं को कुशल बनाने का लक्ष्य है.
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