श्रीनगरःविशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी झेल रहे उत्तराखंड के लिए खुशखबरी है. अब पहाड़ों में भी स्पेशलिस्ट डॉक्टर बनेंगे. जी हां, वीर चंद्र सिंह गढ़वाली मेडिकल कॉलेज श्रीनगर को राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग(एनएमसी) की ओर से दो विभागों में डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (एमडी) कोर्स संचालन की स्वीकृति मिल गई है. इसके अलावा जल्द ही 11 अन्य विभागों में भी एमडी के लिए सीटें मिल जाएंगी. इससे प्रदेश में विशेषज्ञ डॉक्टरों का टोटा खत्म होने की उम्मीद है.
बता दें कि, उत्तराखंड राज्य को गठन हुए 21 साल होने जा रहे हैं, लेकिन अभी भी प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्थाएंनहीं सुधर पाई है. आलम तो ये है कि पहाड़ के सरकारी अस्पतालों में न तो पर्याप्त डॉक्टर हैं और न ही संसाधन, जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ता है. जो अस्पताल भी हैं, वो महज रेफर सेंटर ही बनकर रह गए हैं. लाख कोशिश के बावजूद भी सरकार डॉक्टरों की तैनाती पर्वतीय अंचलों में नहीं कर पा रही है. जिससे लोगों को उचित स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पा रही है.
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वहीं, विशेषज्ञ डॉक्टरों का अभाव हमेशा इस पहाड़ी प्रदेश की जनता पर भारी पड़ता रहा है, लेकिन अब विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी कुछ हद तक दूर होने की उम्मीद है. वीर चंद्र सिंह गढ़वाली मेडिकल कॉलेज (बेस अस्पताल) श्रीनगर के फिजियोलॉजी औरफार्माकोलॉजी विभाग में एमडी के लिए दो-दो सीटें मिल गई है. इससे पहले राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग ने मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के 14 विभागों में से 11 विभागों में सीटों के आवंटन को लेकर दौरा किया था. जिस पर अब आयोग ने पत्र जारी कर मेडिकल कॉलेज को इसकी स्वीकृति दे दी है.