श्रीनगर: राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर (Srinagar Government Medical College) ने वर्षवार नियमित नियुक्ति की मांग के लिए कार्य बहिष्कार कर रहे 15 संविदा/एनएचएम (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) नर्सिंग कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की है. आठ संविदा कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है. जबकि एनएचएम के माध्यम से कॉलेज में सेवाएं दे रहे सात कर्मचारियों को सीएमओ (मुख्य चिकित्सा अधिकारी) ऑफिस को वापस भेजने के आदेश दिए गए हैं.
श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में 15 कर्मियों पर गिरी गाज, कार्रवाई से कर्मचारियों में रोष
राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर (Srinagar Government Medical College) ने वर्षवार नियमित नियुक्ति की मांग के लिए कार्य बहिष्कार कर रहे 15 संविदा/एनएचएम (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) नर्सिंग कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की है. कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सीएम रावत ने बताया कि शासन ने वर्तमान में हड़ताल और प्रदर्शन जैसे कार्यक्रमों पर रोक लगाई हुई है. इसके बावजूद कर्मचारियों ने आदेश नहीं माने, जिस पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है.
मेडिकल कॉलेज में तैनात संविदा और एनएचएम नर्सिंग कर्मचारी संविदा एवं बेरोजगार स्टाफ नर्सेज महासंघ के आह्वान पर 27 जुलाई से कार्य बहिष्कार पर हैं. आंदोलन के संबंध में उन्होंने 25 जुलाई को कॉलेज प्रशासन को पत्र दिया था. इसके बाद कॉलेज प्रशासन ने आदेश जारी करते हुए कार्य बहिष्कार/धरना-प्रदर्शन पर रोक लगा दी थी. आपदा, महामारी और तृतीय संदर्भण इकाई का हवाला देते हुए संबंधित कर्मचारियों से ऐसा कदम न उठाने की अपील की गई थी कि जिससे जांच, इलाज व स्वास्थ्य सेवा प्रभावित हो. आदेश न मानने पर संबंधितों के खिलाफ आपदा अधिनियम और वैश्विक महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई थी. लेकिन 15 नर्सिंग कर्मचारी कार्य बहिष्कार पर चले गए.
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कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सीएम रावत ने बताया कि शासन ने वर्तमान में हड़ताल और प्रदर्शन जैसे कार्यक्रमों पर रोक लगाई हुई है. इसके बावजूद कर्मचारियों ने आदेश नहीं माने, जिस पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए आठ संविदा नर्सिंग कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया, जबकि सीएमओ के माध्यम से कॉलेज में नियुक्त सात एनएचएम कर्मचारियों को वापस भेज दिया गया है.