श्रीगर: पिछले 10 दिनों से रोजगार की मांग को लेकर डुंगरीपंथ के ग्रामीणों ने रेलवे निर्माण का कार्य रोका हुआ था. आखिरकार आज प्रशासन के जोर जबरदस्ती के बाद एक बार फिर से रेलवे का काम शुरू किया है, लेकिन ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि जल्द उनकी मांगें नहीं मानी गई तो आगे भी रेलवे का काम नहीं होने दिया जाएगा.
डुंगरीपंथ के पूर्व प्रधान त्रिभुवन राणा ने बताया कि रेलवे ने अपने कार्यों के लिए ग्रामीणों की भूमि अधिकृत की है, लेकिन आज तक एक भी व्यक्ति को रोजगार नहीं दिया गया. साथ में गांव का रास्ता भी रेलवे ने क्षतिग्रस्त कर दिया है. जिसकी वजह से पेयजल स्रोतों को नुकसान पहुंचा है. आने वाले समय में ग्रामीणों के सामने पानी की समस्या खड़ी हो जाएगी.