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अनिल बलूनी के प्रतिनिधि बन पौड़ी पहुंचे संबित पात्रा, मनाया ईगास बग्वाल पर्व

ईगास बग्वाल मनाने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा आज राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी के पैतृक गांव नकोट पहुंचे, जहां ग्रामीणों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया.

संबित पात्रा का अनिल बलूनी के गांव में हुआ जोरदार स्वागत.

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Published : Nov 8, 2019, 3:02 PM IST

Updated : Nov 8, 2019, 7:10 PM IST

पौड़ी:बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ईगास बग्वाल कार्यक्रम में शिकरत करने पौड़ी के पैतृक गांव नकोट पहुंचे. राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी के प्रतिनिधि के तौर पर उत्तराखंड पहुंचे संबित पात्रा का भाजपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया. पात्रा ने अनिल बलूनी के परिवार से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना, साथ ही गाय माता की पूजा कर कार्यक्रम की शुरुआत की. बता दें कि गढ़वाल का त्यौहार जो कि दिवाली के 11 दिन के बाद इगास के रूप में मनाया जाता है.

गौर हो कि अनिल बलूनी के अस्वस्थ होने के चलते संबित पात्रा उनके प्रतिनिधि के तौर पर उनके गृहक्षेत्र में ईगास बग्वाल पर्व मानने पहुंचे हैं. इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने बताया कि अनिल बलूनी का प्रयास था कि इस त्योहार में सभी को अपने पैतृक गांव जाना चाहिए. लेकिन उनका स्वास्थ्य खराब होने के चलते वे उनके पैतृक गांव पहुंचे हैं. जहां उन्हें बहुत अच्छा एहसास हो रहा है.

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उन्होंने कहा कि वह दूसरे राज्य के रहने वाले हैं लेकिन यहां की संस्कृति को देखकर उन्हें काफी खुशी हुई. उन्होंने कहा कि अगली बार ईगास मनाने वह अनिल बलूनी के साथ अवश्य आएंगे. इस दौरान संबित पात्रा ने कहा कि उत्तराखंड बनने के बाद मूलभूत सुविधाओं के अभाव के चलते पहाड़ी क्षेत्रों से लोग पलायन हो रहा है. जिसके चलते गांव के गांव खाली होते जा रहे हैं. वहीं, गांव को दोबारा से आबाद करने के लिए सरकार प्रयास कर रही है. राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने एक मुहिम की शुरुआत की है जिससे लोग अपने गांव पहुंच कर अपने त्योहारों को मनाए. जिससे पलायन की मार से जूझ रहे गांवों में रौनक लौट सके.

1 दिन के लिए इगास मनाकर गांव को खुशहाल तो नहीं बनाया जा सकता. लेकिन जो लोग लंबे समय से गांव छोड़कर बाहर बस चुके हैं वह त्योहारों के समय अपने गांव आकर 1 दिन के लिए अपने गांव को रोशन जरूर कर सकते हैं. बता दें कि कुछ समय से सांसद अनिल बलूनी का स्वास्थ्य खराब चल रहा है, जिसके चलते वे अस्पताल में भर्ती है. अनिल बलूनी ने उत्तराखंड से बाहर रह रहे प्रवासियों से अपने गांव आकर ईगास बग्वाल पर्व मनाने का आह्वान किया था.

Last Updated : Nov 8, 2019, 7:10 PM IST

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