कोटद्वार: तहसील के तेलीस्रोत गदेरे में हो रहा चैनेलाइज कार्य काश्तकारों के लिए अभिशाप बन गया है. चैनलाइजेशन के लिए गदेरे में बनाई गई बाढ़ सुरक्षा दीवार धराशायी हो गई है. वहीं, काश्तकारों की 10 से 12 बीघा भूमि गदेरे की भेंट चढ़ गई.
कोटद्वार क्षेत्र की प्रमुख नदियों के साथ साथ ही बरसाती गदरों में भी पिछले चार सालों से लगातार बरसात से पूर्व रिवर ट्रेनिंग का कार्य करवाया जा रहा है. नियमानुसार नदी से निकलने वाले उपखनिज को नदी के दोनों छोरों पर ही एकत्रित करने का प्रावधान है. लेकिन कोटद्वार में नदियों में से निकल रहे उपखनिज को डंपर में भरकर क्षेत्र की सीमा से बाहर भेजा जा रहा है. वहीं, खनन कार्य आमजन के लिए परेशानी का सबब बन गया है. बीते दिनों सुखरौ नदी में खनन क्षेत्र में 15 वर्षीय किशोर की नदी में डूबने से मौत हो गई थी, जो इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है.