पौड़ी: राजस्व विभाग के लिए बकायेदारों से करोड़ो रुपए की रिकवरी करना बड़ा सरदर्द बना हुआ है. राजस्व विभाग को करीब 15 बकायेदारों से 2 करोड़ 49 लाख रुपये की रिकवरी करनी है, लेकिन कई बकायेदारों का अब तक कोई अता पता नहीं है.
ऐसे में बकायदारो की धरपकड़ में राजस्व विभाग की टीम जुट गई है. इनमें से तीन बकायेदारों को राजस्व टीम ने धरपकड़ कर हिरासत में लिया हैं. जिन्होंने सहकारिता बैंक से लोन लिया था और लोन की किस्त ये समय पर नहीं भर पाए. जिसकी बाद इन्हें हिरासत में लेकर कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
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वहीं, तहसीलदार पौड़ी ने बताया कि कोरोना काल होने के चलते राजस्व विभाग सक्रिय तरीके से वसूली नहीं कर पाया था, लेकिन जिलाधिकारी पौड़ी के आदेश के बाद अब तेजी से बकायेदारों से वसूली की जा रही है. पौड़ी तहसील के अंतर्गत राजस्व विभाग की ओर से बकायदारो से करोड़ो रूपये की रिकवरी की जानी थी. बकायेदारों में सबसे अधिक बकाया शराब कारोबारियों के ऊपर चढ़ा है. जिनसे करीब डेढ़ करोड़ से अधिक का बकाया राजस्व विभाग को वसूलना है, ये बकाया आबकारी देय का है. लेकिन अब बड़े बकायेदारों कोई सुराग राजस्व विभाग को नहीं लग पा रहा है.
जबकि, हिरासत में लिए गए बकायेदारों पर सिर्फ हजारों का बकाया है और बडे़ बकायेदारों अब भी कानूनी शिकंजे में नही आये हैं. तहसीलदार पौड़ी हरिमोहन खंडूरी ने बताया कि तीन दिनों में करीब 2 लाख 73 हजार की वसूली कर ली गई है. साथ ही सहकारिता से लिया लोन न लौटने पर 3 व्यक्तियों को पकड़ कर बंदी गृह में बंद कर दिया गया है. इनकी चल और अचल संपत्ति से राजस्व का पैसा वसूला जाएगा.