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श्रीनगर में पहली बार अल्ट्रासाउंड के जरिए निकाला गुर्दे की गांठ से पानी, यूरोलॉजी दूरबीन से किया ऑपरेशन

उत्तराखंड सरकार धीरे-धीरे सरकारी हॉस्पिटलों की स्थिति में सुधार कर रही है, जिसका फायदा मरीजों को मिल भी रहा है. राजकीय उप जिला अस्पताल श्रीनगर (Srinagar Hospital) में पहली बार अल्ट्रासाउंड की मदद से मरीज के गुर्दे में बनी गांठ से पानी निकाला गया (remove water from kidney). 61 साल के मरीज का यूरोलॉजी दूरबीन (urology telescope method) विधि से ऑपरेशन किया है. ये सुविधा के पहाड़ के हॉस्पिटलों में न के बराबर है.

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Published : Sep 9, 2022, 9:50 PM IST

श्रीनगर: राजकीय उप जिला अस्पताल श्रीनगर में पहली बार अल्ट्रासाउंड की मदद से मरीज के गुर्दे में बनी गांठ से पानी निकाला गया (remove water from kidney). पानी निकालने के बाद अब दवाईयों के जरिए गांठ निकाली जाएगी. खंडाह क्षेत्र के 61 वर्षीय व्यक्ति को पिछले दो माह से पेट दर्द की समस्या थी. अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में मरीज के गुर्दे में गांठ बताई गई. चिकित्सकों ने गांठ गलाने के लिए दवाईयां दी, लेकिन दर्द कम नहीं हुआ.

इसके बाद उक्त मरीज ने उप जिला अस्पताल श्रीनगर के सर्जन डॉ. लोकेश सलूजा से परीक्षण करवाया. उन्होंने अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह दी. रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर रचित गर्ग ने बताया कि मरीज के गुर्दे में पांच सेटीमीटर से ऊपर की गांठ थी. इसमें पानी भरा था. इसी वजह से उसको दर्द हो रहा था. दोनों चिकित्सकों ने अल्ट्रासाउंड की मदद से गांठ से पानी निकालने का फैसला लिया.
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डॉ. सलूजा ने बताया कि मरीज की पसलियों के रास्ते सुई डालकर गांठ से पानी निकाला गया, जबकि डॉ. गर्ग इस दौरान अल्ट्रासाउंड की मदद से सर्जन को गांठ के स्थान की जानकारी देते रहे. मरीज की गांठ से लगभग 15 मिलीलीटर पानी निकाला गया.

डॉ. सलूजा ने बताया कि ऐसे केस में यूरोलॉस्टि दूरबीन विधि (urology telescope method) से ऑपरेशन करते हैं. पहाड़ में ऐसी सुविधा नहीं है. मरीज की स्थिति को देखते हुए अल्ट्रासाउंड की मदद से पानी निकाला गया. जो सफल रहा. डॉ. गर्ग ने बताया कि मरीज का दुबारा अल्ट्रासाउंड किया गया है. अब गांठ का आकार लगभग दो सेंटीमीटर रह गया है. यह दवाई से गल जाएगी.

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