पौड़ी: पुरानी पेंशन बहाली मोर्चा के पदाधिकारियों ने पेंशन बहाली को लेकर अब कांग्रेस का रुख कर लिया है. सत्ताधारी भाजपा से कई बार लताड़ पड़ने के बाद मोर्चा ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल से मुलाकात की. वहीं, गोदियाल ने आश्वासन दिया कि कांग्रेस की सरकार बनते ही पहले सत्र में पुरानी पेंशन बहाली का मुददा रखा जाएगा.
विधानसभा चुनाव को देखते हुए पेंशन बहाली मोर्चा ने उसी पार्टी को स्पोर्ट करने की रणनीति बनाई है, जो उनकी एक सूत्रीय मांग को अपने घोषणा पत्र में शामिल करेगा. ऐसे में पुरानी पेंशन बहाली मोर्चा से जुड़े 80 हजार कर्मचारियों ने उस दल को एकमुश्त वोट देने का फैसला किया है. ऐसे में सत्ताधारी भाजपा के लिए 80 हजार कर्मचारियों को नाखुश करना बड़ी गलती साबित हो सकता है.
पुरानी पेंशन बहाली मोर्चा ने गणेश गोदियाल से की मुलाकात ये भी पढ़ें:उत्तराखंड चुनाव बना बीजेपी की नाक का सवाल, उत्तराखंडी टोपी लगाए पहाड़ियों के द्वार पहुंचे शाह
मोर्चा के प्रदेश महासचिव सीताराम पोखरियाल ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर पिछले लंबे समय से आंदोलन किया जा रहा है. सरकार ने अपने विधायकों की पेंशन तो मंजूर कर दी, लेकिन लंबी सेवाएं देने वाले कर्मचारियों को पेंशन के लिए मोहताज कर दिया, जिससे कर्मचारियों में आक्रोश है.
उन्होंने कहा उत्तराखंड में आजीविका का अन्य कोई साधन नहीं है. ऐसे में कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद केवल पेंशन का ही सहारा होता है. इसलिए संगठन ने निर्णय लिया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में उसी दल को एकमुश्त वोट दी जाएगी, जो अपने घोषणा पत्र में पेंशन बहाली की मांग को शीर्ष पर रखेगा. यही नहीं 80 हजार कर्मचारियों के साथ उनके परिजन भी जुड़े हुए हैं. लिहाजा यह आंकड़ा दोगुना होना स्वाभाविक है.