कोटद्वार:किसानों की आय दोगुनी करने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना सार्थक होने जा रहा है. कोटद्वार सिगड्डी गदरीयाखाल निवासी प्रगतिशील किसान कांता सेनवाल ने जैविक तरीके से पहली बार काल धान (Black Rice) की फसल उगाई है. वहीं, पिछले कई सालों से कांता सेनवाल खेती किसानी कर रहे हैं, लेकिन पारंपरिक खेती से उन्हें अच्छा मुनाफा नहीं मिल रहा था. ऐसे में उन्होंने पहली बार काला धान को लेकर ये प्रयोग किया जो अब सफल साबित हुआ है. बाजार में इस काले धान की अच्छी खासी डिमांड है.
प्रगतिशील किसान कांता सेनवाल ने बताया कि काल चावल सबसे महंगा होने के साथ ही एक व्यक्ति के लिए संतुलित आहार भी है. इसमें प्रोटीन और आयरन की मात्रा अधिक होती है. इस साल उनका काले धान की बुवाई का प्रयोग सफल हुआ है. अभी एक बीघा में ही उन्होंने काले धान की बुवाई की थी. ऐसे में वह अगले साल से अपनी बुवाई में इजाफा करेंगे. वहीं, किसान की पत्नी मीना देवी ने बताया कि बाजार में काला चावल 400 रुपये किलो में बिकता है.
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काले चावल के फायदे: काला चावल एक ऐसा अनाज, जिसे आज भी ज्यादा लोग नहीं जानते हैं. देश के उत्तर पूर्वी राज्यों में पाया जाने वाला काला चावल पोषक तत्वों का खजाना है. इसे मुख्यतौर पर मणिपुर में उगाया जाता है. काले चावल के बारे में बेशक ज्यादा लोगों को जानकारी न हो, लेकिन इसे अपनी डेली डाइट में शामिल करने से शरीर को कई बीमारियों से दूर रखा जा सकता है.