श्रीनगर: प्रसिद्ध कमलेश्वर मंदिर में शुक्रवार को घृत कमल पूजा का अनुष्ठान किया जाएगा. इस अनुष्ठान में मंदिर के महंत आशुतोष पुरी दिगंबर भेष धारण कर मंदिर की लोट परिक्रमा करेंगे. मंदिर में विराजमान शिवलिंग को घी से ढककर भगवान शिव को 52 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा.
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, जब भगवान शिव माता सती की मृत्यु के बाद विरक्त को गए थे तो धरती पर ताड़कासुर नामक राक्षस का आतंक बढ़ने लगा. तब भगवान विष्णु ने देवताओं को बताया कि इस असुर का वध भगवान शिव के पुत्र द्वारा किया जाएगा. जिसके बाद मां पार्वती को शिव विवाह के लिए मनाया गया. जिसके बाद भगवान शिव ने पार्वती से विवाह किया.