कोटद्वार: प्रधानमंत्री आवास योजना (Prime Minister Housing Scheme) के तहत कोटद्वार नगर निगम (Kotdwar Municipal Corporation) में 656 परिवारों को चिन्हित किया गया था. इन लाभार्थियों ने अपनी झोपड़ी तोड़ मकान बनाने का काम शुरू भी कर दिया, लेकिन पीएम आवास योजना के तहत लाभार्थियों को पहली किस्त 20 हजार और दूसरी किस्त 60 हजार रुपए ही उपलब्ध हो पाई है. जबकि शेष किस्तों के लिए लाभार्थियों को पिछले दो साल से इंतजार करना पड़ रहा है. जिसकी वजह से ये लोग बेघर हो गए हैं और इन्हें खुली छत के नीचे रात गुजारनी पड़ रही है.
कोटद्वार नगर निगम के विभिन्न क्षेत्रों में 656 परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए चिन्हित किया. 656 में से 40 फीसदी ऐसे हैं लोग, जिनके पास सिर छुपाने का एकमात्र सहारा झोपड़ी थी, नगर निगम ने लाभार्थियों को प्रथम किस्त 20-20 हजार रुपए की किस्त जारी की. जिसके बाद लोगों ने झोपड़ी तोड़ कर मकान की नींव डालनी शुरू कर दी. वहीं, दूसरी किस्त 60-60 हजार रुपए जारी की गई तो लाभार्थियों ने दीवार खड़ी की. जिसके बाद से अभी तक तीसरी और चौथी किस्त नहीं मिलने से मकान का काम अधर में लटका है.
कोटद्वार में खूनीबड़ वार्ड नंबर 27 के बाखल बस्ती में 26 परिवारों को प्रधानमंत्री आवास बनाने के लिए चिन्हित किया गया था. 26 परिवारों में से 11 परिवारों का प्रथम चरण में पक्का आवास बनाने की प्रक्रिया शुरू की, लेकिन तीसरे और चौथी किस्त जारी न होने पर 11 परिवार पिछले दो वर्षों से खुली छत में रातें काट रहे हैं. कुछ परिवारों ने बरसात और धूप से बचने के लिए प्लास्टिक सीट डाल कर अस्थायी व्यवस्था बनाई है, लेकिन बारिश और तेज आंधी में प्लास्टिक की सीट भी धोखा दे रही है.