श्रीनगर: पौड़ी जिले में पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) के मामलों में हर साल इजाफा हो रहा है. ये पुलिस के लिए बड़ी चिंता का विषय बना हुआ है. यहां राजस्व टीम के अधीन आने वाले ग्रामीण क्षेत्रों में दुष्कर्म की वारदातें बढ़ी (Rape incidents increased) हैं. साल 2020 में जिले में जहां पुलिस ने पॉक्सो एक्ट में 14 मुकदमें दर्ज किए थे. वहीं, इस साल पॉक्सो एक्ट के मामले बढ़कर 15 हो गये, जिससे पुलिस भी हैरान है.
बता दें कि पॉक्सो एक्ट के सबसे अधिक मामले साल 2019 में सामने आये थे, जिसमें 19 मामले पॉक्सो एक्ट में दर्ज हुए थे. ऐसे में पहाड़ों में बेटियां आखिर कितनी सुरक्षित हैं, यह बड़ा सवाल बनता जा रहा है. पहाड़ों में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं से पुलिस भी सकते में है.
दुष्कर्म बना चिंता का विषय ये भी पढ़ें:उधार के रुपये वापस मांगा तो चलाई गोली, पुलिस ने किया खुलासा
खासतौर से नाबालिगों के साथ बढ़ रही दुष्कर्म की वारदातें चिंता का विषय हैं. वहीं, कई ऐसे मामले भी सामने आये हैं, जिनमें दुष्कर्म पीड़ित नाबालिगों ने आरोपियों द्वारा डराने-धमकाने की वजह से घटना की जानकारी अपने परिजनों तक को नहीं दी. इससे कई दुष्कर्म के मामलों में पीड़ित नाबालिगों के गर्भवती होने पर खुलासा हुआ, तब जाकर कई मामलों में केस दर्ज हुए हैं. जिसके बाद आरोपियों की धरपकड़ करते हुए पुलिस ने उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाया.
एसएसपी ने बताया कि जिस तरह से नाबालिगों के साथ दुष्कर्म (incidents of minors rape) की वारदातें जिले में बढ़ रही हैं, उससे ये आपराधिक घटनायें एक बड़ी विकृति की ओर संकेत दे रही हैं. महिला सेल टीम का गठन (Formation of women cell team) इस तरह की वारदातों को रोकने के लिए किया है. जिसमें महिला टीम को ग्रामीण क्षेत्रों में नजर बनाये रखने के निर्देश दिए गये हैं. जिससे इन अपराधों पर अंकुश लग सके.