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श्रीनगर में ब्लास्टिंग से घरों में पड़ी दरार, आक्रोशित लोगों ने सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन

श्रीनगर में एक साल से हो रहे ब्लास्टिंग की वजह से घरों में कई दरारें आ गई है. स्थानीय लोग दहशत में जीने को मजबूर हैं. शिकायत के बावजूद श्रीनगर में अनियोजित ढ़ग से हो रहे ब्लास्टिंग को रोका नहीं जा रहा है. जिससे नाराज लोगों ने आज रित्विक कंपनी की जीएनटीआई साइट धरना प्रदर्शन किया और कार्य को भी रुकवा दिया.

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Published : Feb 22, 2023, 9:58 PM IST

श्रीनगर:पिछले एक साल से श्रीनगर में अनियोजित ढंग से हो रहे ब्लास्टिंग के कारण लोग भय के साये में जीने को मजबूर हैं. वहीं, प्रशासन और सरकार की ओर से ध्यान नहीं दिया जा रहा है. स्थानीय लोग शासन और प्रशासन से कई बार गुहार कर थक चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. ब्लास्टिंग की वजह से लोगों के घरों में बड़ी-बड़ी दरारे पड़ चुकी है, जिससे लोग दहशत में हैं.

ब्लास्टिंग की वजह से आक्रोशित लोगों ने आज एक बार फिर से रित्विक कंपनी की जीएनटीआई साइट पर पहुंचे और काम को रुकवाया दिया. इस दौरान लोगों ने ब्लास्टिंग बंद करने की मांग की. साथ ही स्थानीयों ने रेलवे विकास निगम सहित प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और उनकी समस्या का जल्द निदान करने की मांग की.

इस दौरान पूर्व सभासद पूजा गौतम ने कहा उनके वार्ड नंबर 6 के हेडिल कॉलोनी, आर्मकुंज, उत्तम बिहार, नर्सरी रोड सहित तमाम ऐसे इलाके हैं, जहां लोगों के घरों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गयी है. कई बार प्रशासन को इसकी शिकायत की जा चुकी है. प्रशासन भी दो तीन दिन ब्लास्टिंग रोकता है, लेकिन कुछ टाइम बाद ब्लास्टिंग फिर से शुरू हो जाती है. उन्होंने कहा अब स्थानीय लोग ब्लास्टिंग साइट पर ही धरने पर बैठने की तैयारी कर रहे हैं.
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पूर्व नगर पालिका सभासद बसंती जोशी ने कहा ब्लास्टिंग की वजह से लोग बुरी तरह डरे सहमे रहते है. दिन में सुबह से लेकर देर रात तक कई बार भूकंप के झटके जैसा महसूस होता है. ये भूकंप ब्लास्टिंग के कारण आ रहा है. जिससे बच्चो से लेकर बड़े तक परेशान हैं. स्थानीय निवासी सोबित जोशी ने कहा वार्ड 6 में 250 परिवार रहते हैं. सभी के घरों में दरारें आ गई है. किससे शिकायत करें, कोई सुनने को तैयार नहीं है. उनकी समस्या भी जोशीमठ जैसी ही है, लेकिन सरकार इस और ध्यान नहीं दे रही है. अब लोग आंदोलन करने के लिए मजबूर हो रहे है.

वहीं, निर्माण साइट पर धरना प्रदर्शन की सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची. प्रशासन ने स्थानीय लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन स्थानीयों ने पुरजोर तरीके से अपना विरोध जताया. इस दौरान श्रीनगर तहसीलदार और एसआई रणवीर रमोला मौके पर मौजूद रहे.

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