उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

गजब! बिना काम के ठेकेदार को भुगतान, ग्रामीणों ने लगाए भ्रष्टाचार के आरोप

पौड़ी के खोलाचौरी में साल 2019 में जिला पंचायत की ओर से 600 मीटर खडिंजा बिछाया जाना था, लेकिन अभीतक काम नहीं हो पाया है. जबकि, धरातल में काम हुए बगैर ही ठेकेदार को भुगतान भी हो चुका है.

By

Published : Feb 18, 2020, 10:15 PM IST

pauri news
भ्रष्ट्राचार

पौड़ीःखोलाचौरी में बिना काम के ठेकेदार को भुगतान का मामला सामने आया है. ग्रामीणों का आरोप है कि साल 2019 में जिला पंचायत की ओर से नागराजा मंदिर से कमलपुर विद्यालय तक खडिंजा बिछाया जाना था. जिसकी लागत करीबन दो लाख 45 हजार रुपए थी. कागजों पर तो काम दिखाया गया है, लेकिन धरातल पर इंच भर भी निर्माण कार्य नहीं हुआ. जबकि, ठेकेदार को भुगतान भी हो चुका है. वहीं, ग्रामीणों ने निर्माण कार्य की जांच कराने की मांग की.

बिना काम के ठेकेदार को हुआ भुगतान.

मामला पौड़ी के खोलाचौरी का है. जहां पर साल 2019 में जिला पंचायत पौड़ी की ओर से 600 मीटर खडिंजा बिछाया जाना था, लेकिन अभीतक काम नहीं हो पाया है. जबकि, बजट रिलीज होने के बाद ठेकेदार का भुगतान भी हो चुका है. इसकी जानकारी ग्रामीणों तब लगी जब उन्होंने ब्लॉक से गांव में हुए निर्माण कार्यों की सूची मांगी. जिसमें खडिंजा निर्माण कार्य का भी जिक्र किया गया था.

ये भी पढ़ेंःकुंभ मेले में स्थायी निर्माण के लिए 1000 करोड़ की डिमांड, स्टीमेट बनाने में जुटे अधिकारी

इसमें बताया गया है कि गांव में जिला पंचायत की ओर से खडिंजा निर्माण करवाया गया है. जिसका भुगतान ठेकेदार को हो चुका है. जिसके बाद ग्रामीणों ने निर्माण कार्यों से संबंधित दस्तावेजों की जानकारी ली, लेकिन धरातल पर इस तरह का कोई निर्माण कार्य नहीं मिला.

पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य सुनीता रावत ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार देखने को मिला है. सरकार जीरो टॉलरेंस और ईमानदारी के साथ काम करने की बात तो करती है, लेकिन काम मात्र कागजातों में ही हो रहा है. जबकि, धरातल में कुछ भी नहीं हो रहा है. संबंधित ठेकेदार को पूरा भुगतान भी हो चुका है तो ऐसी स्थितियों में कैसे गांव का विकास संभव हो पाएगा?

ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि ठेकेदार और विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से पूरे कार्य को अंजाम दिया गया है. साथ ही उन्होंने पूरे कार्य की जांच करने और ठेकेदार से भुगतान वसूली की मांग की है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details