श्रीनगरःजीबी पंत अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान घुड़दौड़ी में इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर मनीषा भट्ट को आत्महत्या के लिए उकसाने वाले मामले की पुलिस जांच में पूर्व एचओडी प्रो. एके गौतम के खिलाफ साक्ष्य मिले हैं. पुलिस ने पूर्व एचओडी के खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किए जाने के लिए तकनीकी शिक्षा विभाग से अनुमति मांगी है. प्रदेश के तकनीकी शिक्षा सचिव ने संस्थान के निदेशक को मामले में कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए हैं. पुलिस जांच में पूर्व कार्यवाहक निदेशक के खिलाफ अभी साक्ष्य नहीं मिले हैं. हालांकि पुलिस जांच अभी भी जारी है.
ये है मामलाःजीबी पंत अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान घुड़दौड़ी के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग में अप्रैल 2019 से असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर डॉ. मनीषा भट्ट सेवारत थी. बीते 25 मई 2023 को डॉ. मनीषा ने संस्थान परिसर घुड़दौड़ी से श्रीनगर आकर नैथाणा पुल से अलकनंदा नदी में छलांग लगा दी थी. घटना की सूचना पर एसडीआरएफ, पुलिस व स्थानीय लोगों ने डॉ. भट्ट को रेस्क्यू कर बेस अस्पताल श्रीकोट में भर्ती कराया था. जहां उन्होंने देररात उपचार के दौरान दमतोड़ दिया था.
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पति ने निदेशक और एचओडी के खिलाफ दी तहरीर: 26 मई 2023 को मृतका डॉ. मनीषा भट्ट के पति संदीप भट्ट ने पुलिस को संस्थान के तत्कालीन कार्यवाहक निदेशक प्रो. वाई सिंह और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग के तत्कालीन एचओडी प्रो. एके गौतम पर पत्नी के वर्ष 2022 में गर्भवती होने के बाद से मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए तहरीर सौंपी थी. कहा था कि पत्नी जब से गर्भवती हुई थी, उसे पूर्व निदेशक व एचओडी लगातार मातृत्व अवकाश स्वीकृत ना करने सहित अन्य मामलों को लेकर मानसिक उत्पीड़न कर रहे थे.