पौड़ी: प्रदेश सरकार एक ओर जहां ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार खत्म करने की बात कर रही है, वहीं, ग्राम प्रधान के पति द्वारा कार्यभार संभाल कर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है. ताजा मामला पौड़ी ब्लॉक के कमेडा गांव का है, जहां प्रधान पति द्वारा की गई वित्तीय अनियमितताओं में संलिप्त पाए जाने पर ग्राम प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. साथ ही जिलाधिकारी की ओर से 29 हजार 979 की धनराशि वसूलने के आदेश जारी किए गए हैं.
DM ने जारी किए धनराशि वसूलने का नोटिस. कमेडा गांव के रहने वाले ग्रामीण प्रमोद ने लगभग 2 साल पहले ग्राम पंचायत में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत जिला पंचायतराज अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी से की. शिकायत के बाद मुख्य विकास अधिकारी ने पंचायत में हुए कार्यों की जांच करवाई. जांच में पाया कि इन कार्यों में सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ है.
ग्रामीण प्रमोद ने बताया कि 2 साल से वह ग्राम पंचायत में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं. आज 2 साल के बाद जांच का नतीजा निकल कर आने के बाद ग्राम प्रधान के पति ने स्वयं के स्तर से सारे भ्रष्टाचार को अंजाम दिया है. इसके साथ ही अपने करीबियों के खातों में बिना काम के धन राशि डालने का भी मामला सामने आया.
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जिला पंचायत राज अधिकारी एमएम खान ने बताया कि पौड़ी के कमेडा गांव में अधिकतर कार्य महिला प्रधान के पति के द्वारा किये गए. इसके साथ ही सरकारी कार्यालयों में जाकर खुद को प्रधान बताते है. पंचायत राज अधिनियम के अंतर्गत यदि महिला प्रधान का पति इस तरह का कार्य करता है उसके खिलाफ कार्रवाई करने का प्रावधान है. विभाग को प्राप्त शिकायत के अनुसार जब उक्त मामले में जांच की गई तो पता लगा कि ग्राम प्रधान के पति के द्वारा सभी कार्य करवाए गए हैं. साथ ही उसमें सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है. इसके लिए उन्हें वसूली के नोटिस भेज दिए गए हैं.