पौड़ीः जिले में 40 बैंक होने के बावजूद भी ऋण जमा अनुपात में सुधार नहीं हो पा रहा है. जिस पर डीएम आशीष चौहान ने बैंक अफसरों को जमकर फटकार लगाई. बैंकों के नकारात्मक प्रदर्शन पर डीएम ने इंडसइंड बैंक के शाखा प्रबंधक के वेतन पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं. इतना ही नहीं डीएम ने कम प्रगति वाले लीड बैंक एसबीआई, पीएनबी व सीबीआई के शाखा प्रबंधकों का स्पष्टीकरण भी तलब किया है.
Bank CD Ratio: बैंकों की खराब स्थिति पर डीएम ने लगाई फटकार, मैनेजर का रोका वेतन
पौड़ी जिले में बैंक ऋण जमा अनुपात में फिसड्डी साबित हो रहे हैं. यही वजह है कि डीएम को बैंकों अफसरों को फटकार लगानी पड़ रही है. जी हां, डीएम आशीष चौहान ने बैंकों के नकारात्मक प्रदर्शन पर नाराजगी जताई है. साथ ही एक बैंक मैनेजर का वेतन भी रोक दिया है.
दरअसल, पौड़ी डीएम आशीष चौहान ने डीएलआरसी एवं डीसीसी यानी जिला स्तरीय सलाहकार एवं समीक्षा समिति की बैठक ली. इस दौरान उन्होंने ऋण जमा अनुपात में डिपॉजिट के सापेक्ष क्रेडिट की खराब स्थिति पर एक दर्जन बैंकों को जमकर फटकार लगाई. समीक्षा बैठक के दौरान डीएम ने पाया कि सबसे खराब स्थिति इंडसइंड बैंक की है. बैंक ने इस वित्तीय वर्ष में सीडी रेशियो के सापेक्ष दहाई के आंकड़े को भी नहीं छुआ है. जिस पर डीएम आशीष चौहान के बैंक के शाखा प्रबंधक के वेतन पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं.
पौड़ी डीएम आशीष चौहान ने कहा कि सीडी रेशियो यानी ऋण जमा अनुपात में सुधार नहीं होने तक वेतन आहरित नहीं किया जाएगा. इस मौके पर उन्होंने कम प्रगति वाले लीड बैंक एसबीआई, पीएनबी और सीबीआई के शाखा प्रबंधकों का स्पष्टीकरण भी तलब किया है. वहीं, समीक्षा बैठक में बताया गया कि इंडसइंड बैंक का करीब 132 करोड़ के डिपॉजिट के सापेक्ष महज 3 लाख के क्रेडिट हुआ है. जिस पर डीएम ने कड़ी नाराजगी जताई.
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