पौड़ी:जिला पंचायत पौड़ी एक बार फिर से विवादों के घेरे में है. इससे पूर्व भी जिला पंचायत वित्तीय मामलों के चलते चर्चाओं में रही है, लेकिन यहां तो खुद जिला पंचायत अध्यक्ष ही विवादों में घिर गईं हैं. इस बार जिला पंचायत की निर्माण समिति के सभापति और थैर क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य गौरव रावत ने जिला पंचायत अध्यक्ष पर ही भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. गौरव रावत ने जिला पंचायत अध्यक्ष के वित्तीय अधिकार को सीज करने की मांग की है.
इतना ही नहीं गौरव रावत ने जल्द ही दूसरे सदस्यों और ग्रामीणों के साथ जिला पंचायत में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने की भी चेतावनी दी है. गौरव रावत ने कहा जिला पंचायत पौड़ी में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है. जिला पंचायत की बोर्ड बैठक में बजट सत्र आयोजित ही नहीं किया गया. जबकि जिला पंचायत ने सदस्यों की स्वीकृत और जानकारी के बिना ही 55 करोड़ का बजट पास भी कर दिया.
बीते 2 मार्च को स्वर्गाश्रम के गीता भवन में जिला पंचायत की बोर्ड बैठक आयोजित की गई. जहां पहले सत्र में अफसरों के साथ बैठक हुई. इसके बाद प्रस्तावित एजेंडे के अनुसार दोपहर बाद दूसरे सत्र में बजट पर चर्चा होनी थी, लेकिन योजना के तहत मिलीभगत कर अफसरों के साथ बैठक शाम 6 बजे तक बेवजह आयोजित हुई. बावजूद इसके बजट सत्र आयोजित ही नहीं किया गया. अगले दिन यानी 3 मार्च को समाचार पत्रों में खबर प्रकाशित हुई कि जिला पंचायत पौड़ी का 55 करोड़ का बजट पास हो गया है. जिस पर सभी जिला पंचायत सदस्य असंजस में पड़ गए.
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