श्रीनगर: देश के पहले माउंटेन म्यूजियम और तारामंडल निर्माण के लिए अब तक वन विभाग और पौड़ी जिला प्रशासन भूमि चिन्हीकरण की कार्रवाई पूरी नहीं कर पाये हैं. इससे इन दोनों कार्यों का पूरा मामला ठंडे बस्ते में जाता हुआ दिखाई पड़ रहा है. दरअसल राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने माउंटेन म्यूजियम और तारामंडल निर्माण के लिए पूर्व में 4 करोड़ रुपए प्रारंभिक धनराशि अपनी सांसद निधि से दी थी. ताकि पौड़ी के दिन बहुर सकें. लेकिन 4 माह का समय बीत जाने के बाद भी पौड़ी जिला प्रशासन के हाथ खाली हैं.
अनिल बलूनी के सपने पर विभागों की कुंभकर्णी नींद! 4 महीने बाद भी माउंटेन म्यूजियम और प्लेनेटोरियम के लिए नहीं ढूंढ पाए जमीन - माउंटेन म्यूजियम के लिए भूमि की तलाश
Mountain Museum and Planetarium उत्तराखंड के सरकारी विभाग और अफसर बहुत सुस्त हैं. इसी साल अप्रैल के महीने में राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने पौड़ी जिले के लिए माउंटेन म्यूजियम और प्लेनेटोरियम निर्माण के लिए चार करोड़ की धनराशि को मंजूरी दी थी. आश्चर्य की बात है कि संबंधित विभाग अभी स्थान का चयन ही नहीं कर पाए हैं.
By ETV Bharat Uttarakhand Team
Published : Sep 15, 2023, 12:02 PM IST
|Updated : Sep 15, 2023, 1:16 PM IST
तारामंडल और माउंटेन म्यूजियम पर सुस्ती: तारामंडल और माउंटेन म्यूजियम निर्माण कार्य को शुरू करने के लिए अब तक भूमि चिन्हीकरण की कार्रवाई ही पूरी नही हो पाई है. इन दोनों महत्वपूर्ण संस्थानों के निर्माण में करीब 20 करोड़ रुपए की लागत आएगी. वहीं इस पूरे प्रोजेक्ट का खर्च सांसद अनिल बलूनी अपनी सांसद निधि व अन्य संस्थाओं की मदद से ही जुटाएंगे. लेकिन अब तक वन महकमा और जिला प्रशासन ये तक तय नहीं कर पाये हैं कि माउंटेन म्यूजियम और तारामंडल का निर्माण आखिर किया जाए तो कहां.
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अनिल बलूनी के सपने पर नहीं टूट रही विभागों की नींद:दरअसल राज्य का ये पहला और अखिल भारतीय स्तर पर एक अनूठा केंद्र होगा, जहां खगोल और भूगोल से लोग एक ही स्थान पर परिचित हो पाएंगे. लेकिन प्रशासन इस कवायद में ढिलाई बरत रहा है. जिलाधिकारी पौड़ी आशीष चौहान ने बताया कि वन विभाग का भूमि चिन्हित करने का प्रस्ताव अपने अंतिम चरणों में है. जैसे ही भूमि का चयन शुरू होगा, उसके बाद आगे की कार्रवाई को अमली जामा पहनाया जाएगा. वहीं अगर ये दोनों म्यूजियम बन जाते हैं तो उससे पौड़ी शहर में पर्यटकों की आमद बढ़ेगी. इससे स्थानीय लोगों का रोजगार बढ़ेगा.
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