पौड़ी: NSAअजीत डोभाल ने शनिवार को अपने पैतृक गांव में कुलदेवी की पूजा की. इस दौरान उनकी पत्नी और छोटे बेटे विवेक डोभाल भी मौजूद रहे. चार साल बाद गांव पहुंचे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल का ग्रामीणों ने गर्मजोशी से ढोल-दमाऊ के साथ स्वागत किया.
NSA अजीत डोभाल ने अपने पैतृक गांव में की कुलदेवी की पूजा. जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल शुक्रवार को ऋषिकेश से देवप्रयाग होते हुए पौड़ी पहुंचे. इसके बाद शनिवार सुबह NSA अपने पैतृक गांव घीड़ी में वार्षिक पूजन के लिए रवाना हुए. चार साल बाद गांव पहुंच रहे डोभाल के स्वागत में ग्रामीणों ने भी कोई कमी नहीं रखी. उन्होंने ढोल-दमाऊ की थाप में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत के गांव पहुंचने की खुशी मनाते हुए उनका स्वागत किया.
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करीब एक घंटे तक बाल कुमारी मंदिर में कुलदेवी की पूजा करने के बाद अजीत डोभाल ने गांव वासियों से मुलाकात की. मिली जानकारी के अनुसार NSA सड़क मार्ग से देहरादून के लिए रवाना हो गए हैं. बताया जा रहा है कि देहरादून एयरपोर्ट से डोभाल परिवार संग दिल्ली रवाना होंगे. पूजा करवाने वाले मंदिर के पुजारी आचार्य अनूप कुकरेती ने बताया कि पूजा के दौरान अजीत डोभाल काफी भावुक दिखे. उन्होंने बताया कि मां भगवती का श्रृंगार कर पूजा-अर्चना के बाद डोभाल ने देश और अपने परिवार की की सदैव रक्षा करने की मनोकामना की.
अजीत डोभाल का स्वागत करते ग्रामीण. बता दें कि एनएसए अजीत डोभाल साल 1968 बैच के केरल कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं. जिन्हें पीएम नरेंद्र मोदी साल 2014 में देश का राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाया था. एनएसए बनने के बाद वे साल 2014-15 में अपने पैतृक गांव आए थे. वहीं, इसी साल जून महीने में उन्हें पीएम मोदी ने दोबारा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की जिम्मेदारी सौंपी. साथ ही उन्हें मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी दिया गया है.