श्रीनगर: नीति आयोग द्वारा हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय और भारतीय हिमालय केंद्रीय विवि संघ के सहयोग से वेबिनार आयोजित किया गया. जिसका विषय भारतीय हिमालय क्षेत्र में कृषि पारिस्थितिकी एवं संबंधित बाजार विकास करना था. इस वेबिनार का मुख्य उद्देश्य आजीविका के सतत उत्सर्जन एवं विकास के लिए हिमालय क्षेत्रों में कृषि आधारित उत्पादों के विपणन के लिए रणनीतियों की पहचान एवं चयन करना है.
वेबिनार में राष्ट्रीय प्राकृतिक पर्यावरण तथा भारतीय हिमालय क्षेत्र, नीति आयोग के सलाहकार अविनाश मिश्रा ने भारतीय हिमालय केंद्र विवि संघ के द्वारा किए जाने वाले अध्ययनों के महत्व पर प्रकाश डाला. साथ ही उनके भारतीय हिमालय क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की.
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने भारतीय हिमालय क्षेत्र में सफलता की कहानियों पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया, जिसमें स्थानीय लोगों को अपनी आए और कृषि उत्पादकता बढ़ाने में सफलता मिली है. उन्होंने कृषि को मूल्यवर्धन की ओर ले जाने और जैविक खेती पर ध्यान केंद्रित करने को मुख्य उद्देश्य बताया.
साथ ही जड़ी-बूटियों की खेती को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहे सभी विश्वविद्यालयों और संस्थानों से आयुष विभाग के साथ सहयोग करने को कहा, जिससे अधिक से अधिक किसानों को लाभ मिल सके. उन्होंने सभी शिक्षाविदों और अनुसंधान संस्थानों से भारतीय हिमालय क्षेत्र में प्राकृतिक झरनों के जीर्णोद्धार पर काम करने के लिए कहा.