श्रीनगरःअंकिता भंडारी मर्डर केस के बाद लोगों में भारी उबाल है. अंकिता की बॉडी को श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के मोर्चरी में रखा गया है. जहां पर स्थानीय लोगों का जमावड़ा लगा है. आक्रोशित लोगों ने मोर्चरी का घेराव किया है. मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है. नाराज लोगों ने बदरीनाथ हाईवे जाम कर दिया. वहीं, पौड़ी जिले के 6 विधायक अभी तक परिजनों से मिलने नहीं पहुंचे हैं. गढ़वाल सांसद तीरथ रावत और बदरीनाथ से कांग्रेस विधायक राजेंद्र भंडारी जरूर मिलने पहुंचे हैं.
उत्तराखंड में अंकिता भंडारी हत्याकांड के बाद लोगों में भारी रोष है.अंकिता भंडारी के परिजनों ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं. परिजनों का कहना है कि पोस्टमार्टम की फाइनल रिपोर्ट आएगी तब ही अंकिता की अंत्येष्टि की जाएगी. अंकिता पौड़ी जिले की रहने वाली थी, लेकिन पौड़ी जिले के मंत्री और विधायक अभी तक परिजनों से मिलने नहीं पहुंचे हैं.
आक्रोशित लोगों ने बदरीनाथ हाईवे किया जाम. परिजनों से मिले तीरथ सिंह रावत:वहीं, पौड़ी गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावच ने अंकिता भंडारी के पिता एवं परिजनों से मुलाकात कर अपनी सांत्वना व्यक्त की, उन्हें विश्वास दिलाया कि हम सब इस दुःख की घड़ी में परिवार के साथ खड़े हैं और यह भी विश्वास दिलाया कि परिवार को पूर्ण न्याय मिलेगा दोषियों को कठोर से कठोर सजा दिलवाएंगे एवं परिवार को सरकार की तरफ से हर सम्भव मदद मिलेगी.
इसके अलावा श्रीनगर विधायक और कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत (Cabinet Minister Dhan Singh Rawat) भी संवेदना जाहिर करने नहीं पहुंचे. जबकि, जिले में 6 विधायक हैं, लेकिन कोई भी नहीं अंकिता के परिजनों को ढांढस बंधाने और अंतिम संस्कार में शामिल होने नहीं पहुंचा है. जिससे लोगों का आक्रोश और बढ़ गया है.
देवाल में लोगों ने निकाला कैंडल मार्च. यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट के वाहन पर हो चुकी तोड़फोड़, कहीं विरोध का डर तो नहीं सता रहाःबीते रोज भी जब यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट (Yamkeshwar MLA Renu Bisht) एम्स ऋषिकेश पहुंचीं तो लोगों ने जोरदार विरोध किया. आक्रोशित भीड़ ने विधायक रेनू बिष्ट की गाड़ी पर तोड़फोड़ भी की. वहीं माहौल खराब होता देख विधायक वहां से निकल गईं. माना जा रहा है कि विरोध और प्रदर्शन के चलते मंत्री और विधायक दूरी बना रहे हैं. वहीं, अंकिता के परिजनों ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है. फिलहाल शासन-प्रशासन परिजनों को मनाने में जुटा हुआ है.
नाराज लोगों ने बदरीनाथ हाईवे किया जाम:अंकिता भंडारी केस में जहां एक तरफ परिजनों ने अंतिम संस्कार पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने तक रोका हुआ है तो वहीं दूसरी तरफ लोगों का गुस्सा भी देखने को मिल रहा है. लोग बड़ी संख्या में बेस अस्पताल की मोर्चरी के पास जमा हो गए हैं. नाराज लोगों ने ऋषिकेश बदरीनाथ हाईवे (NH 59) को जाम कर दिया है. स्थानीय लोग, छात्र, विभिन्न राजनीतिक दलों के लोग हाईवे पर धरने पर बैठ गए हैं.
वहीं, बदरीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी (Badrinath Congress MLA Rajendra Bhandari) परिजनों से मिलने श्रीनगर पहुंचे. उन्होंने सरकार की कार्यप्रणाली पर भी सवाल किए. उन्होंने कहा कि पौड़ी जिले से बीजेपी के 6 विधायक विधानसभा गए हैं, दो कैबिनेट मंत्री सरकार में हैं. विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भी पौड़ी की है, लेकिन कोई परिजनों से मिलने अभी तक श्रीनगर नहीं आए हैं. जो उनकी संवेदनहीनता को दर्शाता है.
देवाल में लोगों ने निकाला कैंडल मार्चःअंकिता भंडारी हत्याकांड के आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग को लेकर देवाल विकासखंड के लोगों ने कैंडल मार्च निकाला. देवाल के पूर्व प्रमुख उर्मिला बिष्ट और कांग्रेसी नेता महावीर बिष्ट ने कहा कि इस पूरे मामले में पूर्व राज्य मंत्री के बेटे की संलिप्तता पाई गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अंकिता के हत्यारे को बचाना चाहती है. इसलिए इस मामले में सीबीआई जांच होनी जरूरी है.
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अंकिता के बॉडी पर चोट के निशानःअखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश (AIIMS Rishikesh) में शनिवार को चार डॉक्टरों के पैनल ने रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी के शव का पोस्टमार्टम किया. प्राथमिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, अंकिता के शरीर पर चोटों के कई निशान पाए गए हैं. इसके अलावा अंकिता की मौत पानी में दम घुटने से हुई थी. हालांकि, अभी प्राथमिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट जारी की गई है. पोस्टमॉर्टम की विस्तृत रिपोर्ट (Ankita Bhandari Post Mortem Report) सोमवार जारी किया जाएगा.
क्या था पूरा मामलाःबता दें कि पौड़ी जिले के नांदलस्यू पट्टी के श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी (19) ऋषिकेश के बैराज चीला मार्ग पर गंगापुर भोगपुर में स्थित वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी. अंकिता इस रिजॉर्ट में 28 अगस्त से नौकरी कर रही थी. जो बीती 18 सितंबर को रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थी. जिसके बाद रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने राजस्व पुलिस चौकी में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई. 22 सितंबर तक अंकिता का कुछ पता नहीं चला. इसके बाद मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया.
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वहीं, जब पुलिस ने जांच की तो रिजॉर्ट (Vanantra Resort Rishikesh) के संचालक और उसके मैनेजरों की भूमिका सामने आई. रिजॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भास्कर के साथ रिजॉर्ट से निकली थी, लेकिन जब वो वापस लौटे तो उनके साथ अंकिता (Receptionist Ankita Bhandari) नहीं थी. इस आधार पर पुलिस ने तीनों को हिरासत लिया और पूछताछ की.
आरोपियों ने पुलिस के सामने सारा सच उगल दिया. आरोपियों ने अंकिता भंडारी को नहर में धकेल (Ankita Bhandari Murder Case) दिया था. जिससे उसकी मौत हो गई. मामले में पुलिस ने पूर्व राज्यमंत्री विनोद आर्य (Pulkit Arya father Vinod Arya) के बेटे रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य और उसके दो मैनेजरों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया. वहीं, बीती 24 सितंबर को अंकिता का शव चीला बैराज से बरामद हुआ. जिसके बाद शव को एम्स ऋषिकेश ले जाया गया. जहां उसका पोस्टमार्टम किया गया.
वहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जानकारी सार्वजनिक करने की मांग को लेकर मोर्चरी के बाहर कांग्रेसियों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर जमकर हंगामा भी किया, लेकिन स्थिति की नजाकत को देखते हुए डॉक्टरों के पैनल ने हाथों-हाथ रिपोर्ट की जानकारी नहीं दी. अब पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट सामने आ गई है. जिसके आधार पर कहा जा सकता है कि 28 अगस्त से रिजॉर्ट में ड्यूटी ज्वॉइन करने के बाद से ही मालिक और उसके सहयोगी उसे प्रताड़ित कर रहे थे. फिलहाल, तीनों आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया है.
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