श्रीनगर/ऋषिकेश: नवंबर महीने में त्योहारी सीजन शुरू होने जा रहा है. इस संबंध में कोतवाली में व्यापारियों, रामलीला कमेटी, टैक्सी एसोसिएशन, विद्युत विभाग, जल संस्थान, तहसील प्रशासन और नगर पालिका की सयुंक्त बैठक आहूत की गई.बैठक में त्योहारी सीजन की तैयारियों को लेकर चर्चा हुई. साथ ही बैठक में निर्णय लिया गया कि इस बार रामलीला मैदान में पटाखों की दुकान लगाई जाएगी. वहीं दीपावली पर्व पर पटाखों की फुटकर दुकानें बाजार में लगाने को लेकर प्रशासन और व्यापारियों के बीच बैठक हुई.
त्योहारी सीजन को लेकर तैयारियां तेज. बैठक में व्यापारियों ने रामलीला मैदान में लगाई जाने वाली दुकानों के शुल्क को कम करने की मांग की. वयापारियों का कहना था कि कोरोनाकाल मे व्यापारियों को काफी नुककसान हुआ है. ऐसे में त्योहारी सीजन में लगने वाली दुकानों का शुल्क कम किया जाना चाहिए. वहीं, पुलिस प्रशासन ने व्यापारियों को अस्वस्थ किया कि फायर बिग्रेड से लेकर सुरक्षा तक की हर प्रकार की सुविधा मुहैया कराई जाएगी. कानून व्यवस्था का पूरा पालन कराया जाएगा. सभी विभाग कोर्डिनेशन के साथ दीपावली में एक साथ मिलकर कार्य करेंगे.
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वहीं, बैठक समाप्त होने के बाद पुलिस प्रशासन, नगरपालिका और तहसील प्रशासन ने रामलीला मैदान का दौरा कर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया. सीओ श्यामदत्त नौटियल ने बताया कि त्योहारी सीजन को देखते हुए पुलिस पूरी तरह से चौकन्नी है. कोरोना के सभी नियमों का सख्ती से पालन कराया जाएगा. उन्होंने लोगों से अपील की कि मास्क पहनकर ही बाजारों का रूख करें. वहीं, उन्होंने नियमों का पालन न करने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाने की बात कही है.
ऋषिकेश में भी तैयारियों को लेकर बैठक. ऋषिकेश में भी तैयारियों को लेकर बैठक
दीपावली के पर्व पर पटाखों की फुटकर दुकानें बाजार में लगाने को लेकर प्रशासन और व्यापारियों के बीच सहमति बनती नजर नहीं आ रही है. व्यापारी जहां बाजार में ही फुटकर दुकानें लगाने देने की मांग कर रहे हैं. वहीं प्रशासन भीड़भाड़ और कोरोना के मद्देनजर व्यापारियों को बाजार में फुटकर दुकाने लगाने की अनुमति देने को तैयार नहीं है. इस संबंध में व्यापारियों और प्रशासन के बीच नगर निगम के सभागार में बैठक हुई. जिसमें फिलहाल आपसी सहमति नहीं बनने के कारण कोई भी निर्णय नहीं लिया जा सका. प्रशासन ने व्यापारियों को बाजार छोड़ अन्य किसी स्थान पर दुकानें लगाने के लिए विकल्प दिए हैं. जिस पर व्यापारियों ने चर्चा कर अपना निर्णय देने के लिए एक दिन का समय मांगा है.