कोटद्वार:नगर निगम कोटद्वार ने 23 जून को नजूल भूमि से अतिक्रमण हटाने का काम कर कोटद्वार के अधिकांश लोगों की प्रशंसा बटोरी. लेकिन नगर निगम ने वार्ड नम्बर 11 एफसीआई गोदाम के पास रेलवे भूमि पर अतिक्रमण कर 85 लाख रुपए खर्च कर असहाय/बेसहारा लोगों के लिए रैन- बसेरा बना डाला.
कोटद्वार नगर निगम का कमाल, रेलवे की जमीन पर बना रहा रैन बसेरा !
कोटद्वार नगर निगम अपनी भूमि से अतिक्रमण हटा रहा है. इसके उलट वो दूसरे विभागों की जमीन पर खुद कब्जा कर रहा है. ये आरोप रेलवे ने लगाया है. रेलवे अधिकारियों का कहना है कि वार्ड नंबर 11 एफसीआई गोदाम के पास निगम रेलवे की जमीन पर कब्जा कर रैन बसेरा बना रहा है.
कोटद्वार नगर निगम की बोर्ड बैठक में रैन-बसेरा प्रस्तावित हुआ था. जिसका निर्माण कार्य प्रगति पर है. तभी कोटद्वार रेलवे विभाग ने नगर निगम द्वारा निर्माणाधीन भवन जिस भूमि बन रहा है उसे अपना बताया है. रेलवे विभाग नजीबाबाद के टेक्नोलॉजी विभाग ने नगर निगम को नोटिस लेकर उक्त भूमि पर रेलवे विभाग का दावा किया है. रेलवे विभाग के नजीबाबाद सेक्शन इंजीनियर पंकज शर्मा ने बताया कि नगर निगम कोटद्वार को रेलवे विभाग ने नोटिस में कहा कि उक्त भूमि रेलवे की है. अगर भूमि नगर निगम की है तो रेलवे विभाग व नगर निगम राजस्व विभाग से संयुक्त टीम बना कर जांच करवा ले. जबकि सहायक नगर आयुक्त का कहना है कि उक्त भूमि रेलवे विभाग की है तो उन्हें नगर निगम को भूमि के दस्तावेज प्रस्तुत करने चाहिए.
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कोटद्वार नगर निगम के वार्ड नम्बर 11 सदस्य विपिन डोबरियाल बताते हैं कि जिस भूमि पर नगर निगम 85 लाख रुपए खर्च कर रैन बसेरा बना रहा है, वह भूमि रेलवे विभाग की है. निगम को पहले भूमि की जांच करवानी चाहिए थी. उसके बाद भवन का निर्माण करवाया जाना चाहिए. नगर निगम अधिकारियों द्वारा सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है.