पौड़ी: कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते इस बार जनपद के जूस कारोबारियों को भारी नुकसान हुआ है. उनका कहना है कि लॉकडाउन में सभी फैक्ट्रियां और ट्रांसपोर्टेश बंद होने के कारण जूस बनाने का सामान उपलब्ध नहीं हुआ और न ही लोगों को आवाजाही रही. जिसके चलते इस साल उनको भारी नुकसान उठाना पड़ा है.
कोरोना महामारी ने जूस कारोबारियों की तोड़ी कमर. बता दें, पहाड़ी इलाकों में सर्दियों के मौसम में होने वाले माल्टा, नींबू आदि फलों का जूस बनाकर गर्मियों की मौसम में व्यापार किया जाता है. वहीं, हर साल गर्मियों के मौसम में मांग बढ़ने से इसे अन्य प्रदेशों में भी भेजा जाता है. इस साल कोरोना की महामारी के चलते उनको भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
इस बारे में मांडाखाल में जूस कारोबारी गिरीश पंत बताते हैं कि वो अपने पूरे परिवार के साथ जूस का कारोबार करते हैं. इस साल उन्होंने जूस बनाने के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली थी, लेकिन लॉकडाउन के चलते पैकिंग और जूस बनाने के अन्य सामान बाहर से नहीं आ पाए. जिससे उनका सारा कच्चा माल खराब हो गया. उनको इस साल करीब 80 फीसदी का नुकसान हुआ है.
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गिरीश पंत के पुत्र प्रदीप पंत बताते हैं कि लॉकडाउन में जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई करना संभव तो नहीं है, लेकिन अब परिस्थितियां पहले की तरह सामान्य हो चुकी हैं. उन्हें उम्मीद है कि आने वाले समय में जूस का कारोबार पहले की तरह पटरी पर लौट आएगा.