पौड़ी:केंद्रीय विश्वविद्यालय एचएनबी के पौड़ी परिसर में पिछले 10 से 12 सालों से अपनी सेवाएं दे रहे सुरक्षाकर्मियों की नौकरी पर संकट मंडराने लगा है. जिसके विरोध में छात्र संगठन ने प्रशासनिक भवन पर तालाबंदी कर कुलपति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
गढ़वाल विश्वविद्यालय में तैनात सुरक्षाकर्मियों के दिखाया बाहर का रास्ता. दरअसल, विश्वविद्यालय की ओर से नई भर्तियां की जा रही हैं. जिनमें सेना से सेवानिवृत्त लोगों को ही प्राथमिकता दी जा रही है. जिस कारण पौड़ी परिसर में लंबे समय से अपनी सेवाएं दे रहे सुरक्षाकर्मियों को नौकरी से निकाला जा रहा है.
सुरक्षा कर्मियों के पक्ष में छात्र संगठन भी सामने आ गया है. छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय की ओर से नई भर्तियों में सेना से सेवानिवृत्त हुए लोगों को प्राथमिकता दी जाए. लेकिन वर्तमान में कार्यरत सुरक्षाकर्मियों को नौकरी से ना निकाला जाए.
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छात्र संगठन के पदाधिकारियों ने बताया की पौड़ी परिसर में लंबे समय से अपनी सेवाएं दे रहे सुरक्षा कर्मियों को नौकरी से निकाला जा रहा है. विश्वविद्यालय की ओर से जारी आदेश को अगर जल्द वापस नहीं लिया गया तो वह उग्र आंदोलन करेंगे. उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय को पत्र लिखकर गुजारिश की गई है कि जो भी नई भर्तियां की जाएंगी, उसमें सेना से सेवानिवृत्त लोगों को प्राथमिकता दी जाए. लेकिन पौड़ी में जो 11 सुरक्षाकर्मी कार्य कर रहे हैं, उन्हें नौकरी से बाहर ना किया जाए.
पौड़ी के परिसर निदेशक केसी पुरोहित ने बताया कि केंद्रीय विश्वविद्यालय के तीनों परिसरों के लिए आउटसोर्स की मदद से कर्मचारियों की नियुक्तियां की जाती है. एजेंसी की नीतियों के आधार पर तय किया जाता है कि वह किस आधार पर नियुक्ति करें. उन्होंने कहा कि इस बार सुरक्षा कर्मियों के पद से सेवानिवृत्त सेना के लोगों को प्राथमिकता दी जा रही है. जिसमें पौड़ी परिसर की ओर से किसी भी प्रकार का कोई हस्तक्षेप नहीं है.