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कोटद्वार में मरीजों की लगी भीड़, जल जनित रोगों से प्रभावित रोगियों की संख्या बढ़ी - लक्सर में डेंगू

बदलते मौसम के कारण कोटद्वार बेस अस्पताल में जल जनित रोगों के मरीजों में बढ़ोत्तरी हो रही है. अस्पताल में हर दिन 100 से ज्यादा आई फ्लू के मरीज भी पहुंच रहे हैं. इसमें 80 फीसदी संख्या बच्चों की है.

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Published : Jul 29, 2023, 3:55 PM IST

कोटद्वार में संक्रामक रोग बढ़े

कोटद्वारःउत्तराखंड में हर 3-4 दिन के बाद मौसम बदल रहा है. पहले लगातार भारी बारिश और उसके बाद उमस भरी गर्मी, इसके बाद फिर बारिश से उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों में ठंड-गर्मी का सिलसिला जारी है. इसका असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है. लगातार बदलते मौसम के कारण लोगों का स्वास्थ्य बिगड़ रहा है. इससे सबसे ज्यादा प्रभावित बच्चे हो रहे हैं. पौड़ी के कोटद्वार के अस्पतालों में जल जनित रोगों से प्रभावित मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है.

कोटद्वार के सरकारी अस्पताल में इन दिनों उल्टी, दस्त, सर्दी-जुकाम, बुखार, मेनिनजाइटिस, त्वचा रोग और नेत्र संक्रामक के मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी देखी गई है. बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. हरेंद्र कुमार का कहना है कि बारिश में जल जनित रोग ज्यादा होते हैं, जिनमें डायरिया, डिसेंट्री, उल्टी, चर्म रोग, आंखों की बीमारी सहित अन्य बीमारियां पनप रही हैं. यह बीमारियां ज्यादातर बारिश के पानी से बच्चों में पाई जाती हैं. इसके प्रतिदिन सैकड़ों मरीज बेस अस्पताल पहुंच रहे हैं. कोटद्वार बेस चिकित्सालय में अधिकांश मरीजों में बच्चों की संख्या ज्यादा है. ज्यादातर बच्चों में आई फ्लू के गंभीर लक्षण पाए जा रहे हैं.

बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. हरेंद्र का कहना है कि मॉनसून सीजन व पीने के पानी में बदलाव होने से लोगों में जल जनित रोगों के लक्षण पाए जाते हैं. इससे बचने के लिए पीने के पानी को उबालकर ठंडा होने पर प्रयोग में लाना चाहिए. बाजार से लाने वाले फल सब्जियों को धोकर इस्तेमाल में लाना चाहिए. बीमार पड़ने पर तत्काल डाक्टरों की सलाह पर दवाइयों का सेवन करना चाहिए.

वहीं, नेत्र विशेषज्ञ डॉ. दिनेश कुमार ने बताया कि कोटद्वार बेस चिकित्सालय में रोजाना 100 से अधिक मरीज आई फ्लू की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं. जिनसे 80 प्रतिशत बच्चों की संख्या है. इसके अलावा गर्मी के बाद वर्षा जल अत्याधिक प्रदूषित होने व बच्चों में इंटरनेट, मोबाइल गेमिंग घंटों तक प्रयोग करने से आंखों की बीमारी में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है. अभिभावकों को बच्चों को इंटरनेट और मोबाइल गेमिंग से दूर रखना चाहिए. बरसात की पहली बारिश व प्रदूषित जल से बच्चों को दूरी बनाकर रखना चाहिए.
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लक्सर और खानपुर में डेंगू के खिलाफ अभियान:उधर हरिद्वार के लक्सर और खानपुर क्षेत्र में पिछले दिनों भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए थे. अब हालात तो सामान्य हो गए, लेकिन क्षेत्र में डेंगू का डर लोगों को सताने लगा है. ऐसे में लक्सर-खानपुर क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू से निपटने के लिए तमाम तैयारी पूरी कर ली है. अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिल वर्मा ने बताया कि लक्सर व खानपुर क्षेत्र में मलेरिया और डेंगू का खतरा बना रहता है. इसलिए इस बार विभाग की विशेष टीम द्वारा लोकल स्वास्थ्य के साथ-साथ संदिग्ध नजर आने वाले लोगों की जांच का काम भी शुरू कर दिया गया है.

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