श्रीनगर:पौड़ी जनपद के थलीसैंण ब्लॉक में मोल्खाखाल-टीला सड़क के घटिया डामरीकरण कार्य पर ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. पौड़ी जिलाधिकारी ने खबर का संज्ञान लिया तो अब पीएमजीएसवाई (Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana) के अधीक्षण अभियंता ने ठेकेदार को डामरीकरण को हटाकर दोबारा से करने के आदेश दिये हैं. साथ ही गुणवत्तापरक काम नहीं मिलने पर जुर्माने लगाने की भी चेतावनी दी है.
IMPACT: थलीसैंण ब्लॉक में फिर से होगा मोल्खाखाल-टीला सड़क का डामरीकरण - Poor asphaltization in Srinagar
पौड़ी जनपद के श्रीनगर में एक बार फिर खबर का असर हुआ है. श्रीनगर विधानसभा के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र मोल्ठाखाल से टीला गांव तक जाने वाली सड़क पर अब दोबारा से डामरीकरण होगा. साथ ही अगर ठेकेदार ने इस बार सही से काम नहीं किया तो ठेकेदार पर जुर्माना लगाया जाएगा.
गौरतलब है कि थलीसैंण ब्लॉक अंतर्गत मोल्खाखाल-टीला सड़क में हाल में डामरीकरण का कार्य शुरु किया गया था. पहले तो इस डामरीकरण को शुरु होने में 10 साल लगे, जब काम शुरु ही हुआ तो मिट्टी के ऊपर की डामरीकरण शुरु किया गया, जिससे एक ही दिन में पूरी सड़क का डामर ही उखड़ गया. डामरीकरण में गुणवत्ता का बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया गया. यह खबर ईटीवी भारत ने 29 मार्च, 2022 को प्रमुखता से पब्लिश की थी.
दरअसल, सालों बाद मोल्ठाखाल से टीला गांव तक डामरीकरण का कार्य किया जा रहा है, जिसमें ठेकेदार द्वारा गुणवत्ता को ताक पर रखकर घटिया मटीरियल का इस्तेमाल हो रहा था. आलम ये है कि हाथों से ही डामरीकरण उखड़ रहा है. ऐसे में पौड़ी जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने श्रीनगर डिवीजन पीएमजीएसवाई को निर्देश दिए थे कि इस मामले में ठेकेदार के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए. साथ ही अधिशासी अभियंता को मौके पर जाकर पूरे घटनाक्रम की जांच कर रिपोर्ट तैयार करने को भी कहा था.