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अवैध खनन से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली से टकराया बाइक सवार, गंभीर रूप से घायल

हादसे के बाद जागा प्रशासन, खनन कारोबारियों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस ने जिला प्रशासन के साथ मिलकर योजना की तैयार. अब अवैध खनन कारियों की खैर नहीं.

कोटद्वार खनन माफिया

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Published : Mar 1, 2019, 11:42 AM IST

कोटद्वारःशहर की प्रमुख नदियां खनन माफिया के लिए अवैध खनन का अड्डा बनी हुई हैं. जबकि प्रदेश सरकार द्वारा नदियों में खनन और चुगान प्रतिबंधित किया है. वहीं अवैध खनन से भरी ट्रैक्टर-ट्राली सड़कों पर मौत बनकर दौड़ रही है. देर रात भी ट्रैक्टर ट्राली ने एक युवक को टक्कर मार दी. हादसे में युवक गंभीर रूप से घायल हो गया है. फिलहाल हायर सेंटर में उसका इलाज चल रहा है.


अवैध खनन में लिप्त ट्रैक्टर ट्रॉली से दुर्घटना का एक मामला देर रात सामने आया है. जानकारी के मुताबिक बीएल रोड पर सुखरो नदी पर बने पुल के पास तेज रफ्तार से आ रही एक ट्रैक्टर ट्रॉली से बाइक सवार युवक को टक्कर मार दी. हादसे में युवक गंभीर रूप से घायल हो गया. मौके पर मौजूद लोगों ने उसे राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार पहुंचाया. जहां पर डॉक्टरों ने गंभीर हालत को देखते हुए उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया है. पुलिस के मुताबिक घायल युवक का नाम हरेंद्र (30) है. वो नजीबाबाद से लोक मणिपुर सिगड्डी स्थित अपने घर वापस आ रहा था.

कोटद्वार खनन माफिया


वहीं, मामले पर एसएसपी दलीप सिंह कुंवर का कहना है कि खनन कारोबारियों पर लगाम लगाने के लिए जिला प्रशासन के साथ मिलकर योजना तैयार की जा रही है. इसके तहत चालकों के पास लाइसेंस, कागजात नहीं मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही बताया कि इसके लिए तहसील स्तर, थाना चौकी स्तर पर टीमें गठित की गई है. अवैध खनन का कारोबार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.


बता दें कि पूर्व में भी अवैध खनन की रोकथाम के लिए वन विभाग, राजस्व विभाग और पुलिस की कई टीमें गठित की गई थी, लेकिन अवैध खनन को रोकने में नाकाम साबित रही. आलम ये है कि इन दिनों नदियों में धड़ल्ले से अवैध खनन जारी है. इतना ही नहीं अवैध खनन में लगी टैक्टर ट्रालियों के ड्राइवरों के पास लाइसेंस, ट्रैक्टर ट्राली के कागजात, नंबर प्लेट जैसे जरूरी कागजात भी नहीं होते हैं. साथ ही तेज रफ्तार से वाहनों को चलाते हैं. ऐसे में रात में इन टैक्टर ट्रालियों से हमेशा दुर्घटना होने का अंदेशा बना रहता है. अभी तक इन ट्रैक्टर ट्रालियों के चपेट में आकर दर्जन भर से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं.

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