पौड़ी: गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार ने मुख्यालय पौड़ी में विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बैठक ली. उन्होंने बैठक से नदारद चार अधिकारियों के स्पष्टीकरण भी तलब किए हैं. इस मौके पर कमिश्नर ने चारधाम यात्रा को लेकर अधिकारियों की तैयारियों का भी जायजा लिया. उन्होंने कहा कि यात्रा में अब घोड़ा-खच्चरों के स्वास्थ्य की नियमित जांच की जाएगी. निगेटिव रिपोर्ट आने पर उन्हें यात्रा मार्ग पर चलने की इजाजत नहीं होगी.
मुख्यालय पौड़ी स्थित कैंप कार्यालय में गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार ने 22 अप्रैल से शुरू होने वाली चारधाम यात्रा को लेकर अफसरों की तैयारियों का जायजा लिया. उन्होंने अधिकारियों को चारधाम यात्रा शुरू होने से पूर्व ही सभी व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने के निर्देश दिए हैं. कमिश्नर की समीक्षा बैठक में 4 अफसर नहीं पहुंचने पर कमिश्नर ने कड़ी नाराजगी जताई. उन्होंने नदारद सभी 4 अफसरों के स्पष्टीकरण भी तलब किए हैं.
उन्होंने सभी मण्डलीय अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि जिनके पास अतिरिक्त प्रभार हैं. वे मंडलीय कार्यालय में अपनी नियमित उपस्थिति दर्ज कराएं. उन्होंने कहा की निर्देशों का पालन ऐसा ना करने वाले अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की बात कही है.
ये भी पढ़ें:उत्तराखंड के रामनगर में सड़क पर आ धमका हाथियों का झुंड, राहगीरों की अटकी सांसें
यात्रा रूट में लगेंगे स्थानीय अनाज के स्टाल: गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार ने कहा कि इस साल अंतर्राष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष मनाया जा रहा है. जिसको लेकर चारधाम यात्रा के मार्ग पर उत्तराखंड के स्थानीय मोटे-अनाज एवं उससे तैयार उत्पादों की बिक्री के लिए विशेष तैयारियां की जाएं. उन्होंने कहा कि यात्रा रूट के प्रमुख स्थानों पर पहाड़ी अनाज एवं उसके उत्पादों के विक्रय केन्द्र खोलने के निर्देश दिए. इसके साथ ही स्थानीय उत्पादों का बृहद्ध प्रचार-प्रसार करने को भी कहा.
घोड़ा-खच्चरों की नियमित जांच जरूरी: कमिश्नर सुशील कुमार ने कहा कि चारधाम यात्रा में अब घोड़ा-खच्चरों के स्वास्थ्य की नियमित जांच रिपोर्ट जरूरी है. उन्होंने कहा कि घोड़ा-खच्चर संचालक को यात्रा के दौरान जानवरों के स्वास्थ्य की रिपोर्ट पशुपालन विभाग से प्रमाणित करवानी होगी. इसके बाद ही उनके घोड़ा-खच्चरों को यात्रा रूट पर चलने की इजाजत दी जाएगी.