पौड़ीः रिखणीखाल ब्लॉक के एक इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य को बिना स्वीकृत शिक्षकों व कर्मचारियों को उपार्जित अवकाश देना भारी पड़ गया. मामले में मुख्य शिक्षाधिकारी आनंद भारद्वाज ने प्रधानाचार्य के वेतन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है. साथ ही बिना स्वीकृत उपार्जित अवकाश की तिथियों का आंकलन कर संबंधितों से ही वसूली करने की बात कही है.
दरअसल, बीती 24 दिसंबर को पौड़ी मुख्य शिक्षा अधिकारी आनंद भारद्वाज (Pauri CEO Anand Bhardwaj) ने रिखणीखाल ब्लॉक के राजकीय इंटर कॉलेज किल्बोखाल (Government Inter College Kilbokhal) का औचक निरीक्षण किया था. निरीक्षण में सीईओ भारद्वाज ने पाया कि स्कूल के प्रधानाचार्य रणवीर सिंह सैनी (GIC Kilbokhal Principal Ranveer Singh Saini) ने कुछ शिक्षक और कर्मचारियों को बिना स्वीकृति के उपार्जित अवकाश दी है.
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इतना ही नहीं सीईओ ने पाया कि दिए गए अवकाशों (GIC Kilbokhal Teacher Absent) को किसी के भी सर्विस बुक में रिकॉर्ड नहीं किया गया है. मामले में सीईओ भारद्वाज ने तत्काल संबंधित समस्त दस्तावेजों को जब्त करते हुए मामले की जांच बीईओ रिखणीखाल को सौंप दी. अब सीईओ ने प्रधानाचार्य के वेतन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा (Principal Ranveer Singh salary withheld) दी है.
पौड़ी मुख्य शिक्षा अधिकारी आनंद भारद्वाज ने बताया कि जीआईसी किल्बोखाल में प्रधानाचार्य की भारी लापरवाही सामने आई है. उन्होंने कहा कि प्रधानाचार्य रणवीर सिंह सैनी ने विद्यालय के शिक्षकों व कर्मचारियों को बिना स्वीकृति उपार्जित अवकाश दिए हैं. जिन्हें सर्विस बुक में दर्ज न कर विभाग को आर्थिक नुकसान पहुंचाया है. उन्होंने कहा कि बीईओ मामले की जांच कर रिपोर्ट देंगे. रिपोर्ट के आधार पर उक्त मामले में संबंधित शिक्षक व कर्मचारी से वसूली की जाएगी. साथ ही प्रधानाचार्य के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी.
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