पौड़ी:लंबे समय से जीबी पंत इंजीनियरिंग कॉलेज घुड़दौड़ी में सेवाएं दे रहे आउटसोर्स कर्मचारियों ने डीएम कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांगों पर कॉलेज प्रशासन ने सकारात्मक निर्णय नहीं लिया तो वे आत्मदाह करने को बाध्य होंगे. इस मौके पर जिला कांग्रेस ने आउटसोर्स कर्मचारियों को समर्थन देते हुए शासन से जल्द ही कर्मचारियों की समस्या हल करने की मांग उठाई.
शुक्रवार 8 सितंबर को डीएम कार्यालय के मुख्य गेट पर एकत्रित जीबी पंत इंजीनियरिंग कॉलेज घुड़दौड़ी के आउटसोर्स कर्मचारी जमा हुए. उन्होंने संस्थान प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आक्रोशित कर्मचारियों ने कहा कि साल 2020 से मार्च 2022 तक उनको पीआरडी के माध्यम से 570 रुपए प्रतिदिन के मानक पर मानदेय दिया जा रहा है. इसके बाद संस्थान ने अप्रैल 2022 से उनका पीआरडी में विस्तारीकरण नहीं करवाया. इस दौरान उन्हें 570 की दर से ही मानदेय भुगतान हुआ.
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आरोप लगाया कि अब संस्थान ने गुपचुप तरीके से टेंडर प्रक्रिया लागू करते हुए बीती एक सितंबर से सभी आउटसोर्स कर्मचारियों को एक एजेंसी के सुपुर्द कर दिया, जो कर्मचारियों के हित में नहीं है. आक्रोशित कर्मचारियों ने पूर्व की ही स्थिति बहाल रखते हुए संविदा कर्मचारियों को 570 प्रतिदिन की दर से मानदेय देने की मांग उठाई है. उन्होंने कहा कि संस्थान ने उनके मानदेय में करीब 60 फीसदी की कटौती की है, जिससे कर्मचारियों के समक्ष अब परिवार का भरण पोषण करने की बड़ी चुनौती सामने आ रही है.
आत्मदाह की चेतावनी दी: मानदेय का करीब आधा हिस्सा काटे जाने के बाद अब जीबी पंत इंजीनियरिंग कॉलेज के आउटसोर्स कर्मचारी बेहद आक्रोशित हैं. कॉलेज में पिछले 16 सालों से सेवा कर रहे सुरेंद्र सिंह रावत ने मामले का समाधान नहीं होने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि वह साल 2007 से इस संस्थान में बतौर लैब असिस्टेंट तैनात हुए थे. अब मानदेय काटे जाने के बाद परिवार को पालने में दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं.
क्या कहते हैं डीएम पौड़ी:आउटसोर्स कर्मचारियों ने डीएम से इस मामले में मुलाकात की. डीएम डॉ आशीष चौहान ने कहा कि इस सारे प्रकरण को लेकर जल्द ही संस्थान व कर्मचारियों के साथ एक संयुक्त बैठक कर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे.