पौड़ीःलोक भाषा को संरक्षित करने की दिशा में पौड़ी जिले में कक्षा एक से पांचवीं तक के सरकारी स्कूलों में गढ़वाली पाठ्यक्रम पढ़ाया जा रहा है. ऐसे में स्कूलों में बच्चे अन्य विषयों के अलावा गढ़वाली भाषा भी सीख रहे हैं. इसी कड़ी में गढ़वाली पाठ्यक्रम के साथ अब सरकारी स्कूलों में गढ़वाली प्रार्थना और समूहगान भी शुरू किया गया है. इसकी शुरुआत राजकीय आदर्श इंटर कालेज धुमाकोट से की गई है.
पौड़ी जिले के राजकीय इंटर कालेज धुमाकोट समेत अन्य दो स्कूलों में लोक वाद्ययंत्रों के साथ गढ़वाली प्रार्थना और समूहगान की शुरुआत की जाएगी. इसके लिए डायट चड़ीगांव की ओर से वाद्ययंत्र उपलब्ध कराए जाएंगे. विद्यालय के प्रधानाचार्य दर्शन कुमार ने बताया कि फिलहाल वे अपने स्तर से जुटाए गए संसाधनों से वाद्ययंत्रों की व्यवस्था कर गढ़वाली भाषा में प्रार्थना और समूहगान प्रारंभ करवा दिया गया है.