श्रीनगरःएचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय ने सत्र 2015-16 में यूजी और पीजी कक्षाओं में सीबीसीएस (CBCS) के तहत प्रवेश लेकर किन्हीं कारणों से पाठ्यक्रम पूरा नहीं कर पाने वाले छात्रों को बड़ी राहत दी है. विवि ने छात्रों को डिग्री पूरी करने के लिए एक आखिरी मौका देते हुए आवेदन करने की तिथि घोषित कर दी है. विवि के परीक्षा नियंत्रक ने इस संबंध में अधिसूचना भी जारी कर दी है. ऐसे में छात्र-छात्राएं 19 अगस्त यानी आज से आगामी 19 सितंबर तक ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं.
दरअसल, हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2015-16 में सीबीसीएस सिस्टम के तहत यूजी में प्रवेश लेने वाले छात्रों को (6 वर्ष) यानी शैक्षणिक सत्र 2020-21 तक पाठ्यक्रम पूरा करना था. पीजी की कक्षाओं में प्रवेश लेने वाले छात्रों ने (4 वर्ष) यानी शैक्षणिक सत्र 2018-19 में डिग्री पूरी करनी थी, लेकिन काफी संख्या में छात्र-छात्राएं कोरोनाकाल, सीबीसीएस मानकों की पूरी जानकारी के अभाव या अन्य कारणों से निर्धारित समय के भीतर डिग्री पूरी नहीं कर पाए.
ये भी पढ़ेंःखुशखबरीः गढ़वाल विवि के छात्रों को मिलेगी डिजिटल डिग्री, DigiLocker App से ऐसे करें अप्लाई
वहीं, गढ़वाल विवि के विभिन्न छात्र संगठनों ने सीबीसीएस सिस्टम के तहत प्रवेश लेने वाले जो छात्र डिग्री पूरी नहीं कर पाए, ऐसे छात्रों को डिग्री पूरी करने के लिए मौका दिए जाने की मांग की थी. जिस पर विवि प्रशासन ने बीते 30 मई 2023 को आयोजित विवि की कार्य परिषद की बैठक में शैक्षणिक सत्र 2015-16 में यूजी और पीजी में प्रवेश लेने वाले छात्रों को डिग्री पूरी करने के लिए एक आखिरी मौका देने का निर्णय लिया.
गढ़वाल विवि के परीक्षा नियंत्रक एचएम आजाद ने बताया कि शैक्षणिक सत्र 2015-16 में डिग्री पूरी नहीं कर पाने वाले सभी छात्र-छात्राएं आगामी 19 सितंबर तक विवि या संबद्ध महाविद्यालयों में ऑफलाइन आवेदन जमा कर सकते हैं. छात्र-छात्राएं लिखित या प्रयोगात्मक परीक्षा में से किसी एक में आवेदन कर सकते हैं.
ये भी पढ़ेंःHNB में एडमिशन लेने के बाद नहीं होगा तीनों परिसरों में ट्रांसफर, पढ़िए पूरी खबर
इसके लिए परीक्षा शुल्क 3 हजार रुपए निर्धारित किया गया है. उन्होंने कहा विवि से संबद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्य से अग्रसारित होकर सभी आवेदन 25 सितंबर तक विवि के परीक्षा अनुभाग को मिलना अनिवार्य है. उन्होंने बताया कि सभी छात्रों का परीक्षा केंद्र बिड़ला परिसर श्रीनगर ही होगा.