श्रीनगर: बीते कुछ दिनों पहले हुए सियासी घटनाक्रम में भले ही श्रीनगर विधानसभा से आने वाले बीजेपी के दिग्ग्ज नेता धन सिंह रावत को मुख्य मंत्री की रेस में पिछड़ना पड़ा हो, मगर इस बार उनकी कमी पूर्व विधायक गणेश गोदियाल ने पूरी कर दी है. श्रीनगर विधासभा से आने वाले गणेश गोदियाल को कांग्रेस में अध्यक्ष पद की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है.
कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर गणेश गोदियाल का नाम फाइनल हो गया है. कांग्रेस आलाकमान प्रदेश में चुनाव से पहले अध्यक्ष पद पर किसी ऐसे मझे खिलाड़ी को बिठाना चाहता था जो राजनीति के चौसर की सभी चालो से वाकिफ हो, ऐसे में श्रीनगर विधानसभा सीट से पूर्व विधायक रहे गणेश गोदियाल का नाम इस रेस में आगे चल रहा था. गणेश गोदियाल हरीश रावत के करीबी माने जाते हैं. गणेश उत्तराखंड की राजनीति के गणित को भली भांति समझते हैं, इसके आलवा उनका हर मुद्दे पर मुखर होना, कार्यकर्ताओं के बीच पहुंच, सुगम उपलब्धता उन्हें इस दौड़ मै सबसे आगे ले गई. जिसका नतीजा ये रहा कि आज उन्हें कांग्रेस की कमान सौंपी गई.
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गणेश गोदियाल की राजनीतिक पारी: कांग्रेस के तेज-तर्रार नेता गणेश गोदियाल के गांव का नाम बहेड़ि है, जो कि थलासैंण में आता है. उन्होंने अपनी 12वीं की पढ़ाई पैठाणी इंटर कॉलेज से की. गणेश गोदियाल ने अपना पहला चुनाव 2002 में थलीसैंण विधानसभा से लड़ा. जिसमें गोदियाल ने बीजेपी के रमेश पोखरियाल निशंक को हराया. इसके बाद साल 2007 में हुए विधानसभा चुनाव में थलीसैंण विधानसभा से ही उन्हें निशंक के हाथों मुंह की खानी पड़ी. इसके बाद साल 2012 में उन्होंने श्रीनगर विधानसभा से चुनाव लड़ा. जिसमें उन्होंने धन सिंह रावत को हराया. इस दौरान गणेश गोदियाल बीकेटीसी के अध्यक्ष बने. साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्हें श्रीनगर विधानसभा से हार का सामना करना पड़ा. इस बार यहां धन सिंह रावत ने बाजी मारी.
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