कोटद्वार: पिछले एक साल में कोटद्वार तहसील में चार उप जिलाधिकारियों का तबादला हुआ है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है. तबादले से स्थानीय लोगों में नाराजगी देखने को भी मिल रही है. लोगों का आरोप है कि लगातार उप जिलाधिकारी के तबादले के पीछे भूमाफिया और ऊंचा रसूख रखने वालों का हाथ है. ऐसे में नगर के सभी विकास कार्य ठप पड़े हुए हैं.
वहीं, स्थानीय निवासियों द्वारा एक साल में चार उप जिलाधिकारियों के तबादले का कारण अवैध कारोबार करने वालों की ऊंची राजनीति पहुंच होना बताया जा रहा है.
स्थानीय निवासी महेश नेगी का कहना है कि जबतक एक उप जिलाधिकारी कोटद्वार तहसील क्षेत्र की परिस्थितियों को समझने की कोशिश करता है. तब तक खनन माफिया, भूमाफिया और शराब माफिया और ऊंची राजनीतिक पहुंच रखने वाले लोग उनका ट्रांसफर करवा देते हैं. जिसका खामियाजा कोटद्वार की जनता को भुगतना पड़ता है. कोटद्वार उप जिलाधिकारी के पास नगर आयुक्त का अतिरिक्त पदभार भी होता है. जिस कारण नगर निगम के विकास कार्य भी ठप पड़े रहते हैं.