श्रीनगरःपौड़ी में शिक्षा विभाग के कथित स्टिंग प्रकरण मामले में आज तीसरी बड़ी गिरफ्तारी हुई है. मामले में पौड़ी के पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक हरे राम यादव को देहरादून के लक्खीबाग से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी कई महीनों से फरार चल रहा था. इस मामले में पहले ही 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.
बता दें कि सितंबर 2018 में पौड़ी के तत्कालीन माध्यमिक शिक्षा अधिकारियों का कथित स्टिंग वायरल हुआ था. जिसमें वे एक कॉलेज में अपने करीब की नियुक्ति करने और घूस लेने को लेकर बातचीत करते नजर आए थे. यह कथित वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हुआ था. इसके बाद पौड़ी निवासी आशुतोष नेगी ने पुलिस को एक शिकायती पत्र और एक वीडियो सौंपा था.
जिसमें उन्होंने बताया था कि वीडियो में कथित तौर पर शिक्षा विभाग के अफसर पैसे का लेन देन करते दिखाई दे रहे हैं. इसके बाद पौड़ी पुलिस ने पूरे प्रकरण की जांच शुरू की. वहीं, शासन से अनुमति मिलने के बाद पौड़ी कोतवाली में 7 दिसंबर 2022 को वीडियो स्टिंग मामले में पौड़ी के तत्कालीन सीईओ मदन सिंह रावत, तत्कालीन डीईओ माध्यमिक हरे राम यादव और पटल सहायक दिनेश गैरोला के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया.
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इसके बाद आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए नैनीताल हाईकोर्ट चले गए, लेकिन कोर्ट ने अंतरिम जमानत के प्रार्थना पत्र को खारिज कर दिया था. इसके बाद मामले पुलिस ने पटल सहायक दिनेश गैरोला को गिरफ्तार किया. जबकि, बीती रोज तत्कालीन सीईओ मदन सिंह रावतको गिरफ्तार किया गया. वहीं, डीईओ माध्यमिक हरे राम यादव फरार चल रहा था. जिसकी आज दोपहर में देहरादून से गिरफ्तारी हुई है.
पौड़ी सीओ श्याम दत्त नौटियाल ने बताया कि वरिष्ठ उपनिरीक्षक मनोहर सिंह रावत की अगुवाई वाली 9 सदस्यीय टीम ने आरोपी हरे राम यादव पुत्र रामसनेही यादव (उम्र 61 वर्ष) की गिरफ्तारी की गई है. मामले में यह तीसरी गिरफ्तारी है. आरोपी उत्तर प्रदेश के देवरिया के भेडिहरवा के मठ वार्ड का निवासी है. जो पौड़ी डीईओ माध्यमिक रह चुका है. अब आरोपी हरे राम यादव को कोर्ट में पेश कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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