श्रीनगर:बुघाणी गांव स्थित उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे स्व. हेमवती नंदन बहुगुणा का संग्रहालय धूल फांक रहा है. अपने बदहाली के दौर से यह संग्राहलय गुजर रहा है. संग्रहालय में रखी अधिकांश चीजों पर दीमक लग चुका है. साथ ही म्यूजियम भी जर्जर अवस्था में है. जिस ओर किसी जिम्मेदार का ध्यान नहीं जा रहा है.
बदहाल पूर्व मुख्यमंत्री स्व. हेमवती नंदन बहुगुणा का संग्रहालय, विभाग रो रहा बजट का रोना
पौड़ी जिले में तीन-तीन कैबिनेट मंत्री होने के बावजूद बुघाणी गांव में स्व. हेमवती नंदन बहुगुणा का संग्रहालय की हालत खस्ता है. जिससे स्थानीय लोगों को खासी नाराजगी है. संग्रहालय की देखरेख करने वाली देवेश्वरी उनियाल का कहना है कि काफी संख्या में यहां लोग पहुंच रहे हैं, इसके बावजूद भी संग्रहालय की मरम्मत के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
बता दें कि 70 के दशक मजबूत राजनीतिक कद के लिए जाने जाने वाले स्व. हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल क्षेत्र के बुघाणी गांव के रहने वाले थे. साल 2017 में यहां उनकी स्मृति में संग्रहालय का निर्माण करवाया गया. लेकिन देखरेख के अभाव में संग्रहालय में रखी वस्तुओं को दीमक खा रहे हैं, मूर्तियां टूट चुकी हैं, भवन भी बदहाल स्थित में है. जिसे लेकर स्थानीय लोगों में रोष है. वहीं विभाग बजट की कमी बता रहा है. विदित हो कि स्व. हेमवती नंदन बहुगुणा के बेटे विजय बहुगुणा पूर्व में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं, उनके पोते सौरव बहुगुणा वर्तमान सरकार में कैबिनेट मंत्री के पद पर हैं. बावजूद इसके संग्रहालय की बदहाली से ग्रामीणों में आक्रोश है.
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स्थानीय लोगों का कहना है कि स्व. हेमवती नंदन बहुगुणा की याद में ये संग्रहालय बनाया गया है. लेकिन आज संग्रहालय की हालत खस्ता है. सरकार में इस क्षेत्र से तीन तीन कैबिनेट मंत्री हैं. लेकिन संग्रहालय ही हालात दयनीय है. इसे फिर से मरम्मत की जरूरत है. वहीं संग्रहालय की देखरेख करने वाली देवेश्वरी उनियाल कहती है कि संग्रहालय को देखने के लिए हर रोज पर्यटक आते हैं, जिनकी संख्या हर दिन बढ़ ही रही है. उन्होंने बताया कि लोग पूछ-पूछ कर संग्रहालय में आते हैं. वहीं संस्कृति विभाग के पुरातत्व अधिकारी आशीष कुमार का कहना है शासन को संग्रहालय की मरम्मत के लिए पत्र लिखा गया है. उन्होंने बताया कि उनके पास बजट नहीं है, जैसे ही शासन से बजट मिलेगा संग्रहालय की मरम्मत की जाएगी.